प्रवक्ता हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी व जिला परिषद् सदस्य हाटकोटी कौशल मुंगटा ने बागी विधायकों व भाजपा पर निशाना साधा है,उन्होंने कहा की पार्टी की चिन्ह पर चुनाव लड़कर पार्टी के खिलाफ जाने वाले स्वाभिमानी नहीं अवसरवादी कहलाते है,पार्टी मां के समान होती है और मां से बड़ा बेटे का स्वाभिमान हो नहीं सकता,रही बात मुख्यमंत्री के व्यवहार व कार्य की तो उसकी सराहना विश्व बैंक ,राष्ट्रीय मीडिया , व हिमाचल की जनता कर चुकी है जिन्होंने पहली बार ऐसा मुख्यमंत्री देखा जिसने खजाने का मुंह आम गरीबों के लिए खोला व पूरे प्रदेश को राहत दी।अपने लालच को पूरा न होता देख कर पार्टी से दगा करने वाले हिमाचल के हितों की बात न ही करे तो बेहतर होगा।
हिमाचल के इतिहास में उनकी इस घटना को राजनीतिक कलंक के तौर पर देखा जाएगा।उन्होंने कहा की अपने पदों से हाथ धो बैठे बागी विधायक कानून से राहत की बाट जोह रहे है जो की उन्हे बचा नहीं पाएगी,अपने कृत्यों से लोकमत का मजाक उड़ाने वाले दलबदल कानून के तहत आ चुके है जिससे बचना अब मुमकिन नहीं होगा।
उनका कहना है की भाजपा तो लोकतंत्र की हत्या का बहाना वैसे भी पूरे देश में ढूंढ रही है फिर चाहे बात दक्षिण के राज्यों की हो या उत्तर की ,चुनाव चाहे फिर नगर निगम चंडीगढ़ का हो या हिमाचल विधानसभा का चुने हुए नुमाइंदों व विधायकों की खरीद फरोख्त कर हर तरफ से भाजपा चुनी हुई सरकारों और लोकतंत्र पर हमला कर रही है।
ईडी सीबीआई और सरकारी एजेंसियों का इस्तेमाल कर भाजपा लगातार लोकतंत्र पर कुठाराघात कर रही है। मुंगटा का कहना है की गोवा कर्नाटक उत्तराखंड व मध्यप्रदेश में भी भाजपा ने ऐसे ही कुछ समाए पूर्व सरकारें बनाई थी,मोदी जी पर्दे के पीछे से ही सही परंतु देश को एक पार्टी व्यवस्था की तरफ,तानाशाही की तरफ ले जा रहे है जहां चुनाव केवल नाम के लिए रह जाएंगे। मुंगटा का कहना है की लोकसभा चुनावों में अगर भाजपा को मुंहतोड़ जवाब नहीं मिला तो देश शीघ्र ही पारदर्शी चुनावी व्यवस्था से हाथ धो बैठेगा।