नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के आदेशों पर गठित हाई कमेटी ने निर्माणाधीन राष्ट्रीय राजमार्ग 707 पांवटा साहिब-गुम्मा का दौरा किया। दरअसल समाजसेवी नाथू राम चौहान ने गलत तरीके से डंपिंग और पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने को लेकर एनजीटी में पीआईएल दाखिल की है। एनएच-707 का पांवटा साहिब से लेकर गुम्मा तक विस्तारीकरण का कार्य चल रहा है, जिस पर करीब 1350 करोड़ रुपए की राशि खर्च की जा रही है।
निर्माण कार्य में बरती जा रही अनियमितताओं को लेकर मामले में लोगों ने एनजीटी और मोर्थ को शिकायतें करने पर कंपनियों की मनमानी जारी रही। इसके बाद नाथूराम चौहान ने पर्यावरण प्रदूषण और गलत ढंग से डंपिंग का हवाला देते हुए एनजीटी में पीआईएल डाली। एनजीटी ने इस मामले में पार्टी बनाए गए सरकारी विभागों को मामले की जांच कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं। मामले को लेकर कमेटी ने पांवटा साहिब से लेकर कफोटा तक निरीक्षण किया।
नाथूराम चौहान ने कहा कि नियमों को दरकिनार कर यहां निर्माण कार्य किया जा रहा था, जिसके बाद उन्होंने यह शिकायत दर्ज करवाई थी। उन्होंने कहा कि अवैध कटिंग और डंपिंग से कई गांवों पर खतरा मंडराया हुआ है। निर्माण कार्यों में जुटी कंपनियों द्वारा भारी अनियमितताएं बरती जा रही हैं।
वहीं को-ऑर्डिनेशन कमेटी के अध्यक्ष एडीएम सिरमौर एलआर वर्मा ने बताया कि एनजीटी के निर्देशों के अनुसार कफोटा तक चिन्हित डंपिंग साइट का निरीक्षण किया गया है। कफोटा से आगे गुम्मा तक 21 मार्च को निरीक्षण किया जाएगा। निरीक्षण की रिपोर्ट एनजीटी को सौंपी जाएगी।