पूर्व राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय समिति ने ‘एक देश, एक चुनाव-आकांक्षी भारत के लिए एकसाथ चुनाव महत्वपूर्ण’ विषय पर गुरुवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु को अपनी 18,626 पृष्ठ की रिपोर्ट सौंप दी है। विधि मंत्रालय की एक विज्ञप्ति के अनुसार, समिति को कुल 47 राजनीतिक दलों ने अपने सुझाव दिए हैं|
, जिनमें से 32 ने पूरे देश में सभी चुनाव एक साथ कराने की प्रस्ताव का समर्थन किया है। राम नाथ कोविंद के नेतृत्व में समिति के सदस्यों ने राष्ट्रपति भवन में श्रीमती मुर्मु से भेंट कर उन्हें रिपोर्ट की एक प्रति प्रस्तुत की। इस अवसर पर गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह, विधि एवं न्याय राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल भी उपस्थित थे।
समिति के सदस्यों में गृह मंत्री के अलावा, राज्यसभा में विपक्ष के पूर्व नेता गुलाम नबी आजाद, 15वें वित्त आयोग के अध्यक्ष एन के सिंह, लोकसभा के पूर्व महासचिव सुभाष कश्यप, वरिष्ठ विधिवेत्ता हरीश साल्वे और पूर्व मुख्य सतर्कता आयुक्त संजय कोठारी शामिल थे।
मेघवाल समिति में विशेष आमंत्रित सदस्य थे। डॉ नितेन चंद्रा को समिति के सचिव का कार्य सौंपा गया था। समिति का गठन दो सितंबर 2023 को किया गया था। केन्द्रीय विधि मंत्रालय की विज्ञप्ति के अनुसार, इसमें 191 दिनों में विभिन्न हितधारकों और विशेषज्ञों के साथ व्यापक विचार- विमर्श करके और विभिन्न शोध पत्रों के आधार पर यह रिपोर्ट तैयार की है।