मृतक चार दिन से लापता था। इस मामले में मृतक के भाई ने ठेकेदार पर केमिकल युक्त पानी के टैंक में धक्का देकर हत्या का आरोप लगाया है।
धागा बनाने वाली बिरला कंपनी में ठेकेदार के पास काम करने वाले कामगार की संदिग्ध हालत में मौत हो गई है। मृतक चार दिन से लापता था। इस मामले में मृतक के भाई ने ठेकेदार पर केमिकल युक्त पानी के टैंक में धक्का देकर हत्या का आरोप लगाया है। जिस दिन कामगार कंपनी में ड्यूटी पर आया उसकी आने की एंट्री है लेकिन बाहर जाने की कोई भी सूचना नहीं है। चार दिन के बाद धागा मिल के डाइंग सेक्शन में पानी के टैंक को मोटर से जब खाली करते वक्त शव के टुकड़े केमिकल युक्त गर्म पानी के साथ बाहर आए। यह हादसा है या किसी ने उसे फेंका पुलिस इसकी जांच कर रही है।
कंपनी में बायोमेट्रिक मशीन से कामगारों को एंट्री होती है। जब कामगार की अंदर आया पर बाहर नहीं निकला तो ठेकेदार ने इसकी सूचना कंपनी प्रशासन और पुलिस को क्यों नहीं दी। इससे मामला पेचिदा लगता है। उड़ीसा के भद्रक जिला का भंडारी पोखरी, गांव पाटलू के कमला कांत दास (40) पुत्र किशोर दास बद्दी की वर्धमान कंपनी में पंद्रह साल से ठेकेदार कमलेश मेवाडा की कंपनी परिश्रम इंटप्राइजिज में काम करता था। एसपी इलमा अफरोज और एएसपी अशोक वर्मा घटनास्थल का दौरा किया। एसपी ने बताया कि पुलिस ने शव को कब्जे में लिया गया है। पुलिस हर पहलू की जांच कर रही है।
भाई ने ठेकेदार पर लगाया जान से मारने का आरोप
मृतक के भाई जय देव दास ने बताया कि उसका भाई ठेकेदार के पास 15 साल से काम कर रहा था। उसकी पत्नी और दो बेटियां घर पर हैं। वह हर माह पैसा भिजवाता था। एक सप्ताह पहले भी उसने पांच हजार रुपये भेजे थे। वह अब घर जाना चाहता था। वह ठेकेदार से पीएफ देने की मांग कर रहा था। बताया जा रहा है कुछ दिन पहले ठेकेदार के साथ पीएफ को लेकर उसका झगड़ा भी हुआ। ठेकेदार ने उसे 20 मार्च को पीएफ देने के लिए उसे नाइट ड्यूटी में बुलाया। भाई ने ठेकेदार पर कामगार को टैंक में फेंकने का आरोप लगाया है।