मौसम विभाग ने 2 अप्रैल को एक बार फिर पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से हरियाणा में मौसम बदलने की संभावना जताई है। हालांकि यह पहले के मुकाबले कमजोर रहेगा। विक्षोभ के आने पर दिन व रात के तापमान में बढ़ोतरी होगी और गुजरने के बाद तापमान में कुछ गिरावट आएगी।
हिमाचल प्रदेश में बारिश और बर्फबारी के यलो अलर्ट के बीच बृहस्पतिवार को रोहतांग दर्रा के साथ ऊंची चोटियों में बर्फ के फाहे गिरे। पर्यटन नगरी मनाली के जगतसुख के कालू नाला में जेसीबी ऑपरेटर हिमस्खलन की चपेट में आने से बर्फ के नीचे दब गया है, जिसकी पुलिस तलाश कर रही है। प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में शुक्रवार और शनिवार को बारिश, बर्फबारी, अंधड़ और ओलावृष्टि का ऑरेंज अलर्ट जारी हुआ है।
इसी तरह पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से पंजाब के मध्य में एक कम दबाव का क्षेत्र बनेगा। इससे पूरे प्रदेश में बिखराव वाली बारिश होगी। हालांकि पंजाब से सटे जिलों सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, कैथल आदि में इसका ज्यादा असर देखने को मिलेगा। इन जिलों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। इसके साथ ही 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं भी चलेंगी और कहीं-कहीं ओलावृष्टि की भी संभावना है। इस विक्षोभ का असर 31 मार्च तक रहेगा।
2 अप्रैल से फिर बदलेगा मौसम
मौसम विभाग ने 2 अप्रैल को एक बार फिर पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से हरियाणा में मौसम बदलने की संभावना जताई है। हालांकि यह पहले के मुकाबले कमजोर रहेगा। विक्षोभ के आने पर दिन व रात के तापमान में बढ़ोतरी होगी और गुजरने के बाद तापमान में कुछ गिरावट आएगी। वहीं बृहस्सपतिवार को अधिकतम तापमान 36.0 डिग्री रहा, जो सामान्य से 2.6 डिग्री ज्यादा रहा। वहीं न्यूनतम तापमान 18.7 डिग्री दर्ज किया गया, जो सामान्य से 1.4 डिग्री ऊपर रहा।
ऊना, शिमला और धर्मशाला में मार्च का सबसे गर्म दिन
ऊना, धर्मशाला और शिमला में बृहस्पतिवार को इस साल मार्च माह का सबसे अधिक पारा दर्ज हुआ। ऊना में अधिकतम तापमान 35, धर्मशाला में 26 और शिमला में 23.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ। प्रदेश के नौ क्षेत्रों में अधिकतम पारा 30 डिग्री पार हो गया है। बुधवार रात को कल्पा और केलांग के अलावा प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री से अधिक दर्ज हुआ। बृहस्पतिवार को राजधानी शिमला सहित प्रदेश के सभी क्षेत्रों में मौसम साफ रहा। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने बृहस्पतिवार को कई क्षेत्रों में बारिश और बर्फबारी का यलो अलर्ट जारी किया था लेकिन पश्चिमी विक्षोभ कमजोर रहने से यलो अलर्ट बेअसर रहा।