हिमाचल पथ परिवहन निगम की स्थापना के 50 साल पूरे होने पर बस संग्रहालय बनाया जा रहा है।
मुंबई की तर्ज पर शिमला में बस म्यूजियम बनेगा। हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) की स्थापना के 50 साल पूरे होने पर बस संग्रहालय बनाया जा रहा है। अपने आप में अनोखे संग्रहालय में एचआरटीसी की बसों के मॉडल, पुरानी टिकटें, बसों की पुरानी तस्वीरें और कलपुर्जे संजोए जाएंगे। मुंबई में बेस्ट कंपनी की बसों और ट्रामों का एक अनोखा संग्रहालय है जो मुंबई जाने वाले सैलानियों के आकर्षण का केंद्र रहता है।
इसी तर्ज पर शिमला में देश का दूसरा बस संग्रहालय स्थापित होगा। एचआरटसी स्थापना के 50 वर्ष पूरे होने के अवसर को स्वर्ण जयंती उत्सव के रूप में मनाया जा रहा है। निगम एचआरटीसी बसों की वीडियो और फोटो स्पर्धा आयोजित कर चुका है। इसी कड़ी में अब एचआरटीसी बस संग्रहालय बनाया जा रहा है। यहां 1974 से 2024 तक निगम के बेड़े में शामिल हुई हर प्रकार की बसों के मॉडल प्रदर्शित किए जाएंगे।
निगम ने बसों के माॅडल बनवाने शुरू कर दिए हैं। 6 तरह की बसों के मॉडल तैयार हो चुके हैं। अन्य पर काम जारी है। बस संग्रहालय में प्रदेश में बस सेवा की शुरूआत से लेकर इलेक्टि्रक बसों के संचालन तक का सफर मॉडल से दिखाया जाएगा। शिमला में एचआरटीसी मुख्यालय के पास ही उत्तर रेलवे का बाबा भलखू रेल संग्रहालय भी स्थित है। यहां कालका-शिमला रेलवे से संबंधित ऐतिहासिक वस्तुओं को प्रदर्शित किया गया है। शिमला आने वाले सैलानी अब रेल संग्रहालय के साथ एचआरटीसी बस संग्रहालय भी देख सकेंगे।
स्वर्ण जयंती बन रहा म्यूजियम
रोहन चंद ठाकुर, प्रबंध निदेशक, एचआरटीसी : प्रदेश में परिवहन निगम की सेवाओं के 50 साल पूरे होने के उपलक्ष्य पर बस संग्रहालय बनाया जा रहा है। यहां निगम की बसों के माॅडल प्रदर्शित किए जाएंगे। स्थानीय लोग के अलावा सैलानियों के लिए भी यह संग्रहालय दर्शनीय होगा