भाजपा में शामिल होने के बाद छह बागियों को प्रत्याशी बनाए जाने से भाजपा कार्यकर्ताओं और पूर्व प्रत्याशियों में रोष है।
हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस के बागी 6 भाजपा प्रत्याशियों का सुरक्षा घेरा और बढ़ाया जा सकता है। भाजपा में शामिल होने के बाद छह बागियों को प्रत्याशी बनाए जाने से भाजपा कार्यकर्ताओं और पूर्व प्रत्याशियों में रोष है। कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं में भी पार्टी छोड़ने पर इनके प्रति गुस्सा है।
ऐसे में लोकसभा और विधानसभा उपचुनाव प्रचार के दौरान इनके साथ केंद्रीय रिजर्व पुलिस के चार जवान साथ रहेंगे। इन बागी विधायकों के साथ चौबीस घंटे सीआरपीएफ के जवान तैनात रहेंगे। अभी एक समय में दो सीआरपीएफ के जवान इनके साथ लगाए गए हैं।
लाहौल स्पीति के बागी कांग्रेस विधायक रवि ठाकुर के भाजपा में शामिल होने और प्रत्याशी बनाए जाने से भाजपा और कांग्रेस कार्यकर्ताओं में तनाव की स्थिति पैदा हो गई। भाजपा के पूर्व प्रत्याशी डॉ. रामलाल मारकंडा ने निर्दलीय या फिर कांग्रेस पार्टी से चुनाव लड़ने की बात कही है।
वहीं कुटलैहड़ के पूर्व भाजपा प्रत्याशी और वरिष्ठ नेता वीरेंद्र कंवर के समर्थकों में भी गुस्सा है। इस सीट पर होने जा रहे उपचुनाव में भाजपा ने कांग्रेस के बागी विधायक भुट्टो को प्रत्याशी बनाया गया है। वीरेंद्र कंवर कह चुके हैं कि वे पार्टी का सम्मान करते हैं लेकिन कार्यकर्ताओं में रोष है।.
टिकट के बाद बनी टकराव की स्थिति
कांग्रेस पार्टी के बागी विधायकों को उपचुनाव में भाजपा के प्रत्याशी बनाए जाने से भाजपा और कांग्रेस कार्यकर्ताओं में टकराव की स्थिति बनी हुई है।
कांग्रेस पार्टी ने नहीं उतारे प्रत्याशी
भाजपा ने हिमाचल में लोकसभा और उपचुनाव में प्रत्याशियों के घोषणा कर दी है लेकिन कांग्रेस पार्टी की ओर से अभी तक प्रत्याशियों के नाम फाइनल नहीं हुए हैं। कांग्रेस पार्टी नेताओं का मानना है कि हिमाचल प्रदेश में दोनों चुनाव को लेकर प्रचार शुरू कर दिया गया है।