एक से 31 मार्च तक प्रदेश में 140.5 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड हुई। इस अवधि में 113.4 मिलीमीटर को सामान्य माना गया है।
हिमाचल प्रदेश में इस साल मार्च के दौरान सामान्य से 24 फीसदी अधिक बादल बरसे। एक से 31 मार्च तक प्रदेश में 140.5 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड हुई। इस अवधि में 113.4 मिलीमीटर को सामान्य माना गया है। मार्च के दौरान सिरमौर जिला में सबसे अधिक 120 फीसदी और चंबा में सामान्य से 3 फीसदी कम बारिश दर्ज की गई।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के आंकड़ों के अनुसार जिला बिलासपुर सामान्य से 87 फीसदी, हमीरपुर में 47, कांगड़ा में 10, किन्नौर में एक, कुल्लू में 68, लाहौल-स्पीति में 15, मंडी में 77, शिमला में 37, सोलन में दो और ऊना में 71 फीसदी अधिक बारिश हुई। उधर, बीते वर्ष मार्च के दौरान प्रदेश में सामान्य से 42 फीसदी कम बारिश दर्ज थी। मार्च में 66.3 मिलीमीटर बारिश हुई थी। चंबा, किन्नौर, कुल्लू, लाहौल-स्पीति जिला में सामान्य से कम बारिश दर्ज हुई थी।
हिमाचल प्रदेश में मंगलवार को भी धूप खिली रहने की संभावना है। 3 और 4 अप्रैल को मध्य और उच्च पर्वतीय आठ जिलों लाहौल-स्पीति, किन्नौर, शिमला, सोलन, सिरमौर, मंडी, कुल्लू और चंबा में बारिश और बर्फबारी का येलो अलर्ट जारी हुआ है। मैदानी जिलों ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर और कांगड़ा में 4 अप्रैल अप्रैल तक मौसम साफ बना रहने का पूर्वानुमान है। 5 और 6 अप्रैल को पूरे प्रदेश में बारिश और बर्फबारी की संभावना है।
पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से प्रदेश के मौसम में बदलाव आने के आसार जताए गए हैं। 7 अप्रैल से पूरे प्रदेश में धूप खिली रहने का पूर्वानुमान है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने दो अप्रैल की रात और पांच अप्रैल को पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से मौसम में बदलाव आने की संभावना जताई है। इस दौरान तापमान में भी कमी दर्ज होने के आसार जताए गए हैं।
न्यूनतम तापमान
शिमला में न्यूनतम तापमान 9.2, सुंदरनगर 9.6, भुंतर 7.7, कल्पा 2.4, धर्मशाला 11.1, ऊना 11.2, नाहन 13.9, केलांग -3.1, पालमपुर 9.0, सोलन 8.6, मनाली 5.1, कांगड़ा 11.9, मंडी 10.3, बिलासपुर 12.0, हमीरपुर 10.9, चंबा 11.7, डलहौजी 4.5, जुब्बड़हट्टी 11.0, कुफरी 7.4, कुकुमसेरी -1.1 , नारकंडा 6.0, भरमौर 7.4, रिकांगपिओ 5.4, सेऊबाग 6.5, धौलाकुआं 13.2, बरठीं 10.9, कसौली 11.6, पांवटा साहिब 16.0, सराहन 7.0 और देहरागोपीपुर में 16.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।