हिमाचल प्रदेश में चामुंडा से भाखड़ा तक 250 करोड़ से देवी दर्शन रूट विकसित होगा। परियोजना के विस्तारीकरण से कांगड़ा और हमीरपुर के लोगों को श्री नयना देवी जी पहुंचने के लिए वाया ऊना सफर नहीं करना पड़ेगा।
शक्तिपीठ श्री नयना देवी जी और पर्यटन स्थल भाखड़ा अब सीधे देवी दर्शन रूट परियोजना से जुड़ेंगे। कांगड़ा में चामुंडा देवी से भाखड़ा तक करीब 70 किलोमीटर के रूट विस्तारीकरण पर करीब 250 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। परियोजना के विस्तारीकरण से जहां कांगड़ा और हमीरपुर के लोगों को श्री नयना देवी जी पहुंचने के लिए वाया ऊना सफर से छुटकारा मिलेगा. वहीं, इन जिलों के किसानों और बागवानों को भी इसका लाभ मिलेगा।विज्ञापन
चुनाव आचार संहिता से पहले प्रदेश सरकार ने ट्रांस टू में देवी दर्शन रूट को मंजूरी दी थी, अब हिमाचल प्रदेश सड़क एवं अन्य अवसंरचना विकास निगम ने इसकी डीपीआर पर काम शुरू कर दी है। विश्व बैंक के मानकों के अनुरूप डीपीआर बनेगी। विश्व बैंक के सहयोग से ही इसका काम शुरू किया जाएगा।
निगम ने कोलां वाला टोबा से श्री नयना देवी जी परियोजना को देवी दर्शन रूट में परिवर्तित कर दिया। अब श्री नयना देवी जी शक्तिपीठ को देवी दर्शन रूट से जोड़ते हुए इसे भाखड़ा तक ले जाने की योजना है। खास बात यह है कि रूट को चामुंडा से बृजेश्वरी देवी, ज्वाला जी, नादौन, धनेटा, बड़सर, शाहतलाई से सीधा बागछाल पुल से जोड़ा जा रहा है। इसे किरतपुर-नेरचौक फोरलेन से भी जोड़ा जाएगा।विज्ञापन
लोगों को होगा ये फायदा
परियोजना के बनने से कांगड़ा और हमीरपुर से श्री नयना देवी जी आने वाले लोगों को वाया ऊना होकर नहीं आना पड़ेगा। देवी दर्शन रूट से आसानी से वह श्री नयना देवी और भाखड़ा पहुंच सकेंगे। श्रद्धालुओं के अलावा पर्यटकों, किसानों के लिए भी रूट बेहतर सुविधा देगा। एक तरफ जहां हमीरपुर, कांगड़ा के किसान आसानी से किरतपुर-नेरचौक फोरलेन तक अपने उत्पाद पहुंचा सकेंगे वहीं, भाखड़ा डैम तक जाने वाले पर्यटकों के लिए भी रूट आसान हो जाएगा। अब तक सिंगल रोड से भाखड़ा तक का सफर करते हैं।
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‘डीपीआर की औपचारिकताएं की जा रही हैं पूरी’
हिमाचल प्रदेश सड़क एवं अन्य अवसंरचना विकास निगम के चीफ इंजीनियर पवन शर्मा ने बताया कि कांगड़ा के चामुंडा देवी से श्री नयना देवी जी, भाखड़ा तक के रूट को देवी दर्शन परियोजना से जोड़ने का प्रस्ताव है। प्रदेश सरकार ने इसकी अनुमति दे दी है। विश्व बैंक के सहयोग से परियोजना पर काम शुरू किया जाएगा। इसके लिए डीपीआर की औपचारिकताएं पूरी की जा रही हैं।