बरसात में मटमैले पानी के पीने से अस्पताल मे मरीजो की संख्या बढ़ गयी है अस्पतालों में उल्टी, दस्त के मरीज आ रहे हैं। शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों से जलजनित रोग के मामले जिले के सभी अस्पतालों में आना शुरू हो गए हैं। इससे अस्पतालों में ओपीडी बढ़ती जा रही है। शुक्रवार को भी क्षेत्रीय अस्पताल में 60 से 70 मरीज उल्टी और दस्त से पीड़ित पहुंचे थे। हालांकि एक-दो दिन से ही यह मामले आने लगे हैं। लेकिन इसे देखते हुए स्वास्थ्य महकमा सतर्क हो गया है। वहीं जिला स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से उबालकर पानी को ठंडा करके पीने का आग्रह किया है ताकि मटमैले पानी के कारण गंभीर बीमारियों से बचा जा सके। गौर रहे कि बीते दिनों हुई मूसलाधार बारिश के बाद जिले में पेयजल सप्लाई ठप हो गई थी। ऐसे में लोगों ने टैंकर और प्राकृतिक स्रोतों से पानी भरा। लेकिन यह पानी काफी मटमैला है। वहीं हाल ही में जल शक्ति विभाग की ओर से भी खड्ड और बोर का पानी लिफ्ट किया। लेकिन यह पानी भी काफी खराब है और पीने लायक नहीं है। मटमैला पानी पीने के साथ ही लोगों को उल्टी और दस्त समेत अन्य बीमारियां लग गईं हैं।