वीएलटी काम न करने से ट्रकों को एनपी परमिट नहीं बन पाए। अब ये ट्रक बिना परमिट के बाहरी राज्यों को बॉर्डर पर खड़े हैं। नालागढ़ ट्रक यूनियन के करीब 100 से अधिक ट्रकों को यह परेशानी झेलनी पड़ रही है।
वाहनों में लगे व्हीकल लोकेशन ट्रैकिंग डिवाइस (वीएलटी) के काम न करने से कई ट्रक बॉर्डर पर बिना परमिट के खड़े हो गए हैं। जब तक वीएलटी काम नहीं करेगा तब तक वाहनों के नेशनल परमिट नहीं बनेंगे। कई वाहन चालक कंपनियों से माल भरकर यहां से रवाना हो गए। वीएलटी काम न करने से ट्रकों को एनपी परमिट नहीं बन पाए। अब ये ट्रक बिना परमिट के बाहरी राज्यों को बॉर्डर पर खड़े हैं। नालागढ़ ट्रक यूनियन के करीब 100 से अधिक ट्रकों को यह परेशानी झेलनी पड़ रही है। इन ट्रकों के नेशनल परमिट समाप्त हो गए हैं।विज्ञापन
जब ट्रक संचालक नेशनल परमिट बनाने गए तो सॉफ्टवेयर ने उनके परमिट की वीएलटी के चलते पुष्टि नहीं की। अब हालात यह है कि एक दर्जन से अधिक ट्रक माल लेकर बाहरी राज्यों को चले तो गए थे लेकिन परमिट समाप्त होने पर बीच में ही फंस गए हैं। ट्रक चालक विपन, जितेंद्र, लखविंद्र, भाग सिंह, हरमीत, गुरदयाल और सुरजीत ने बताया कि उनके ट्रक बिना काम से पिछले एक सप्ताह से खड़े हैं। वीएलटी डिवाइस काम न करने से दिक्कत आई है। ट्रक संचालक कृष्ण कौशल ने बताया कि वीएलटी डिवाइस कंपनियां मुंबई में बैठ कर काम कर रही हैं।
नालागढ़ में हजारों वाहन चालक उनके ग्राहक हैं। कंपनियों ने अपनी डिवाइस तो बेच दिए लेकिन सर्विस देने के लिए कोई भी कर्मचारी नहीं हैं। जब ट्रक चालक को जरूरत पड़ती है तो उनके डिवाइस काम करना बंद कर देते हैं। उन्होंने पहले मार्का नंबर कंपनी का डिवाइस लगाया था लेकिन जब उसने काम करना बंद कर दिया तो मजबूरन उन्हें दूसरी एटलांटा कंपनी का वीएलटी लगना पड़ा। इससे उनका पैसा डबल खर्च हुआ और बिना कारण उनका ट्रक भी कई दिन तक खड़ा रहा।विज्ञापन
क्लाउड माइग्रेशन के चलते समस्या आई है। पहले डिवाइस का केरल में बैक एंड (स्टोर) था। अब इसे एनआईसी से जोड़ा जा रहा है। यह ऑनलाइन प्रोसेस है। यह एक दो दिन में व्यवस्था सुचारू हो जाएगी। इसे एनआईसी से इसलिए जोड़ा जा रहा है ताकि इससे ग्राहकों को आने वाले समस्याओं से छुटकारा मिले और यह डिवाइस सही प्रकार से काम करे।