प्रदेश विधानसभा क्षेत्र पालमपुर के चौधरी सरवण कुमार कृषि विश्वविद्यालय के निकट भूमि पर प्रस्तावित हेलीपोर्ट निर्माण के रास्ते आने वाली बाधाओं और खतरों को लेकर रास्ता भी अब पूरी तरह साफ हो चुका है।
हिमाचल प्रदेश विधानसभा क्षेत्र पालमपुर के चौधरी सरवण कुमार कृषि विश्वविद्यालय के निकट भूमि पर प्रस्तावित हेलीपोर्ट निर्माण के रास्ते आने वाली बाधाओं और खतरों को लेकर रास्ता भी अब पूरी तरह साफ हो चुका है। जानकारी के अनुसार विवि के निकट चिह्नित लगभग 82 कनाल भूमि पर हेलीपोर्ट का निर्माण किया जाना है। इसको लेकर पर्यटन विभाग की ओर से हवाई अड्डा बाधा सर्वेक्षण (ऑब्सटेकल सर्वे) पूरा कर लिया गया है।विज्ञापन
सर्वे के तहत हेलीपोर्ट स्थान पर हवाई उड़ानों की सुरक्षा के लिहाज से आने वाले खतरों जैसे इमारतों, टावरों और पेड़ों को देखते हुए सुरक्षित क्षेत्र बनाने में मदद मिलती है। विभाग की ओर से सर्वे कंपनी पवन हंस से यह करवाया गया है। इसके तहत यह स्थान हवाई उड़ानों निर्माण के लिए पूरी तरह सुरक्षित है। इसकी रिपोर्ट भी पर्यटन विभाग की ओर से निदेशालय में जमा करवा दी गई है। अब इसके लेकर चुनावों के बाद ही अगली प्रकिया पर काम होगा।
पालमपुर में बनाए जाने वाले हेलीपोर्ट से न केवल पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि ऊंचाई वाले क्षेत्रों में आपातकाल स्थिति में भी यह काफी मददगार साबित होगा। इससे मेडिकल इमरजेंसी के समय मरीजों को एयरलिफ्ट करने में भी काफी मदद मिलेगी। इस सरकारी जमीन को पहले ही पर्यटन विभाग के नाम कर दिया गया है। जबकि 13 करोड़ रुपये से पूरी होने वाली इस परियोजना को राशि भी स्वीकृत हो चुकी है।