स्वामी अमरदेव बोले सिरमौर जिला से शुरुआत, साधु पुल में सवा करोड़ ईंटों से भव्य भवन का निर्माण
हिमाचल के सभी जिलों में अब भगवान राम के दर्शन हो पाएंगे। रामलोक मंदिर के संस्थापक स्वामी अमरदेव ने प्रदेश भर में 12 भव्य रामलोक मंदिर बनाने का फैसला किया है। इसकी शुरुआत सिरमौर जिला से उन्होंने कर दी है। इसके बाद कांगड़ा और मंडी में दो भव्य रामलोक मंदिर बनाए जाएंगे। प्रदेश के पहले रामलोक मंदिर का निर्माण साधुपुल के समीप पूरा हो चुका है। रामलोक मंदिर में ही नागलोक की भी स्थापना की गई है।
एक करोड़ 25 लाख ईंटों से मंदिर का निर्माण हुआ है। यह मंदिर 450 फुट की ऊंचाई पर स्थित है। रामलोक मंदिर की खास बात यह है कि मंदिर के अंदर भगवान राम परिवार समेत सभी देवी-देवताओं की आदमकद अष्टधातु से बनी मूर्तियां स्थापित की गई हैं। मंदिर को किले की शक्ल में तैयार किया गया है। यहां के संस्थापक स्वामी अमरदेव खुद मंदिर प्रांगण में बनी एक कुटिया में रहते हैं।
मंदिर में सभी धर्मों के लोग जो भगवान राम में आस्था रखते हो प्रवेश कर सकते हैं। हिमाचल के पहले रामलोक मंदिर में राजनेताओं की निरंतर हाजिरी लगती रहती है। यहां दोनों ही बड़े दलों के नेताओं का आना-जाना है। रामलोक मंदिर के संस्थापक स्वामी अमरदेव ने बताया कि प्रदेश के पहले रामलोक मंदिर की स्थापना के बाद अब समूचे प्रदेश को राममयी बनाने की बारी है। इसके लिए सभी 12 जिलों में जगह का चयन किया जाएगा और वहां रामलोक मंदिर ट्रस्ट के माध्यम से भव्य मंदिरों का निर्माण किया जाएगा। इन सभी मंदिरों की शैली महल की तर्ज पर होगी।
लोग इन मंदिरों के दर्शनमात्र से कई जन्मों के दोष और पाप से मुक्त हो जाएंगे। भगवान राम में आस्था रखने वालों के लिए यह मंदिर पूजा स्थल के रूप में विकसित किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि हिमाचल के सभी प्रवेश द्वार पर भव्य गेट का निर्माण भी किया जाएगा। उन्होंने बताया कि सिरमौर से रामलोक मंदिर के निर्माण की प्रक्रिया शुरू हो गई है। दूसरे चरण में कांगड़ा और मंडी में रामलोक का निर्माण होगा।