# मोदी सरकार को सत्ता में आने से रोकने के लिए घर-घर जाकर करेंगे प्रचार : भूपेंद्र

सीटू से संबंधित मजदूरों ने एक मई को सरकाघाट में मजदूर दिवस मनाया, जिसमें ध्वजारोहण के बाद मई दिवस के शहीदों को याद किया गया। इस मौके पर सीटू जिला प्रधान भूपेंद्र सिंह ने कहा कि सीटू से जुड़ी मिड-डे-मील, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, मनरेगा एवं निर्माण मजदूर, रेहड़ी तथा सफाई मजदूर यूनियनें आज से लोकसभा चुनावों के लिए सीटू द्वारा जारी किए गए घोषणा पत्र को सभी यूनियन सदस्यों व आम जनता में वितरित करने के लिए अभियान शुरू किया है, जो 30 मई सीटू के स्थापना दिवस तक जारी रहेगा।

इस अभियान में केंद्र की मोदी सरकार द्वारा मिड-डे-मील, आंगनवाड़ी, आशा वर्करों के साथ किए गए सौतेले व्यवहार और उन्हें सरकारी कर्मचारी न बनाने के मद्देनजर उन्हें जागरूक किया जाएगा। दूसरी ओर केंद्र सरकार ने मनरेगा योजना के लिए जरूरी डेढ़ लाख करोड़ बजट को घटाकर 60 हजार करोड़ कर दिया है, जिसके चलते अब मजदूरों को निर्धारित सौ दिनों के स्थान पर 40-50 दिनों का ही काम मिल रहा है।

उन्होंने कहा कि मोदी सरकार मनरेगा मजदूरों को मात्र 212 रुपए दैनिक मजदूरी दे रही है, जो उनके साथ भद्दा मजाक और उनका शोषण है। जबकि महंगाई दर और अन्य दिहाड़ीदार मजदूरों की मजदूरी से इसकी तुलना करें तो ये उससे आधी से भी कम है। इसी प्रकार सफाई मजदूरों, रेहड़ी-फड़ी और अन्य मजदूरों के साथ भी मोदी सरकार ने न्याय नहीं किया है। जो मिड-डे-मील मजदूर पिछले बीस साल से स्कूलों में खाना बना रहे हैं, उन्हें अब 25 बच्चों की शर्त लगाकर छंटनी किया जा रहा है, |

जबकि नई शिक्षा नीति के तहत पहले जो बच्चे आंगनबाड़ी केंद्रों में जाते थे, अब उन्हें भी स्कूलों में भेजा जा रहा है और मिड-डे-मील वर्करों का काम डबल हो गया है क्योंकि छोटे बच्चों की देखभाल करना और उन्हें खाना खिलाना थोड़ा मुश्किल काम है, जबकि आंगनबाड़ी केंद्रों में इसके लिए हेल्पर नियुक्त की गई है। इस कारण आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व हेल्पर की नौकरी कभी भी समाप्त हो सकती है क्योंकि वहां पर अब बच्चे नहीं होंगे। नई शिक्षा नीति भी आंगनबाड़ी और मिड-डे-मील वर्कर विरोधी है। 
बैठक में निर्णय लिया गया कि धर्मपुर और गोपालपुर खंडों में दस हजार पर्चे इस अभियान के तहत घर-घर जाकर वितरित किए जाएंगे और सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों का पर्दाफाश किया जाएगा और मोदी सरकार को सत्ता में न आने के लिए काम किया जाएगा। उन्होंने कहा कि नगर परिषद में ठेके पर नियुक्त सफाई मजदूरों की मांगों बारे 6 मई को मांगपत्र सौंपा जाएगा और उनकी मांगें न मानी गई तो आंदोलन किया जाएगा।


 इस मौके पर सीटू के ब्लॉक अध्यक्ष दिनेश काकू, सुरेश शर्मा, मान सिंह, प्रमीला ठाकुर, संतोष कुमार, सुरेश सन्नी, विशाल, अजय, अशोक, रीना, कंचना, कृष्णा, सीता, अंजू, सत्या, रेखा, बिमला, कुसमा, रीना, शीला, रमेश चंद भारद्वाज, राज कुमारी सहित बड़ी संख्या में मजदूर मौजूद रहे।

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