# कांग्रेस के टिकट पर धर्मशाला में पेच, राकेश चौधरी पर बना है संशय…

Himachal Assembly byelection: Trouble in Dharamshala on Congress ticket, doubt over Rakesh Chaudhary

विधानसभा उपचुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी ने शेष तीन टिकटों में से दो फाइनल कर दिए हैं। अब पेच धर्मशाला विधानसभा क्षेत्र के टिकट को लेकर फंसा है। 

हिमाचल प्रदेश में हो रहे विधानसभा उपचुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी ने शेष तीन टिकटों में से दो फाइनल कर दिए हैं। अब पेच धर्मशाला विधानसभा क्षेत्र के टिकट को लेकर फंसा है। भाजपा के बागी राकेश चौधरी की कांग्रेस में वापसी और टिकट मिलने पर भी संशय गहरा गया है।  बता दें कि कांग्रेस ने लाहौल-स्पीति से भाजपा से नाराज चल रहे रामलाल मारकंडा के बजाय अनुराधा राणा को टिकट दिया है। धर्मशाला को लेकर फिलहाल स्थिति स्पष्ट नहीं है।

 हालांकि मारकंडा को टिकट न देकर कांग्रेस ने एक संदेश देने का प्रयास किया है। पूर्व की जयराम सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे रामलाल मारकंडा के अलावा भाजपा नेता राकेश चौधरी भी कांग्रेस से टिकट की दौड़ में हैं। मारकंडा से बाहर होने से अब चौधरी को लेकर भी असमंजस है। कांग्रेस के सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू भी इस बड़े राजनीतिक घटनाक्रम के चलते ही नई दिल्ली गए हैं। प्रदेश में विधानसभा उपचुनाव के लिए अब एक माह से कम समय रह गया है।

सात मई से नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया शुरू होगी। बता दें कि भाजपा नेताओं को कांग्रेस में शामिल करने को लेकर स्थानीय स्तर पर विरोध हो रहा है। पार्टी के स्थानीय नेता बाहरी दल से लाए हुए नेता की जगह अपने ही सक्रिय नेता पर दांव खेलने का दबाव बना रहे हैं। इसी के चलते पार्टी हाईकमान ने मारकंडा को लाहौल-स्पीति से टिकट नहीं दिया है। धर्मशाला से नगर निगम के पूर्व मेयर देवेंद्र जग्गी या विजय इंद्रकरण भी टिकट की दौड़ में हैं।

कांग्रेस : मंत्रियों, विधायकों और संगठन के पदाधिकारियों को देनी होगी प्रोग्रेस रिपोर्ट
 हिमाचल लोकसभा चुनाव में प्रत्याशियों के प्रचार को लेकर कांग्रेस और भाजपा ने विधायकों और संगठन के पदाधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी है। पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रतिदिन इनसे प्रोग्रेस रिपोर्ट मांग रहे हैं। परफॉर्मेंस ठीक नहीं होने पर नेताओं पर गाज गिर सकती है। कांग्रेस पार्टी ने जहां विधायकों और मंत्रियों को प्रचार में झोंक रखा है, वहीं भाजपा ने भी अपने विधायकों और संगठन पदाधिकारियों की जिम्मेदारी तय की है। कांग्रेस पार्टी ने जहां कांग्रेस से बागी हुए विधायकों का मुद्दा बनाया है।

वहीं भाजपा बेरोजगारी, महिलाओं को हर महीने 1500 रुपये देने की गारंटी मुद्दा बना रही है। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू प्रचार का जिम्मा संभाले हुए हैं। मंडी संसदीय क्षेत्र में रैलियां और सभाएं करने के बाद अब वह शिमला संसदीय क्षेत्र में प्रत्याशी विनोद सुलतानपुरी के पक्ष में प्रचार कर रहे हैं। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर मंडी संसदीय क्षेत्र में भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में प्रचार करने के बाद अब शिमला संसदीय क्षेत्र में प्रचार कर रहे हैं। रविवार को उन्होंने बद्दी, बरोटीवाला, नालागढ़ में प्रचार किया।

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