# शुक्र और गुरु अस्त, प्रत्याशियों को नामांकन के लिए शुभ मुहूर्त निकालना हुआ मुश्किल…

lok sabha election: sukra and guru ast, it is difficult to find auspicious time for nomination

नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो गई है, लेकिन शुक्र और गुरु अस्त होने के चलते शुभ कार्य निषेध होने के चलते राजनीतिक दलों और प्रत्याशियों की चिंता बढ़ गई है। 

देश में लोकतंत्र के महापर्व के बीच सातवें और अंतिम चरण के लिए नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो गई है, लेकिन शुक्र और गुरु अस्त होने के चलते शुभ कार्य निषेध होने के चलते राजनीतिक दलों और प्रत्याशियों की चिंता बढ़ गई है। 25 अप्रैल को शुक्र अस्त हो चुका है और 6 मई को गुरु भी अस्त हो गए हैं। मंगलवार से नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। आगामी 14 मई तक नामांकन पत्र दाखिल किए जा सकते हैं।

इस दौरान 9, 10, 13 और 14 मई को नामांकन के लिए शुभ मुहूर्त हैं। 11 मई को महीने के दूसरे शनिवार और 12 मई को रविवार की छुट्टी के चलते नामांकन नहीं हो पाएंगे। प्रदेश में प्रत्याशी 9 मई से नामांकन दाखिल करेंगे। जानकारों का कहना है कि नामांकन पत्र शुभ मुहूर्त और सही नक्षत्र में भरा जाए तो उत्तम फलदायी रहता है। निर्वाचन विभाग ने नामांकन पत्र दाखिल करने का समय सुबह 11:00 बजे से दोपहर 3:00 बजे तक निर्धारित किया है। इसलिए प्रत्याशियों को इसी समय के बीच का मुहूर्त तलाशना होगा।  

नामांकन करने के लिए 9, 10, 13  और 14 मई को ही शुभ मुहूर्त
शुक्र और गुरु अस्त होने के चलते इन दिनों शुभ कार्य निषेध हैं। इसके बावजूद 10 मई को अक्षय तृतीया और परशुराम जयंती के चलते पूरा दिन शुभ है। 7 मई से 14 मई के बीच नामांकन के लिए 4 ही मुहूर्त शुभ हैं। 9, 10, 13 और 14 मई को क्रमश: कृतिका, अक्षय तृतीया, पुनर्वसु और पुष्य नक्षत्र नामांकन के लिए शुभ हैं। – आचार्य विनोद जोशी, चकोल, बैजनाथ  विज्ञापन

10 मई अक्षय तृतीया के चलते अत्यंत शुभ
10 मई को अक्षय तृतीया और परशुराम जयंती के दिन चंद्रमा अपनी उच्च राशि यानी वृषभ राशि में मौजूद होंगे। सूर्य भी अपनी उच्च राशि यानी मेष में होंगे। इसके अलावा 10 मई को रोहिणी नक्षत्र रहेगा और रवि, धन, गजकेसरी, शुक्रादित्य, शश, लक्ष्मी नारायण और त्रिग्रही योग का संयोग रहेगा।

बालिका से तिलक करवाकर घर से निकलें
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार घर से निकलने से पहले तिलक करवाना शुभ रहता है। नामांकन के लिए घर से निकलने से पहले अपने कुल देवी-देवता की पूजा कर बालिका या महिला से तिलक करवाकर निकलना चाहिए। हिंदू धर्म शास्त्रों में तिलक विजय का प्रतीक माना जाता है।विज्ञापन

यह हैं शुभ मुहूर्त
तिथि        दिन            नक्षत                  समय                      अभिजित मुहूर्त
9 मई      गुरुवार        कृतिका नक्षत्र       सुबह 11:56 तक        सुबह 11:50 से दोपहर 12:44
10 मई    शुक्रवार       अक्षय तृतीया और परशुराम जयंती के चलते पूरे दिन शुभ मुहूर्त
13 मई    सोमवार       पुनर्वसु नक्षत्र       सुबह 11:24 तक         सुबह 11:50 से दोपहर 12:44
14 मई    मंगलवार      पुष्य नक्षत्र          दोपहर 01:05 तक        सुबह 11:50 से दोपहर 12:44

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