बद्दी के निजी अस्पताल में इलाज के नाम पर दोगुना पैसे लेने और पैसे देने के बाद भी पीड़ित के खाते से 60 हजार रुपये काटने के आरोप लगे हैं। पुलिस ने पीडि़त की शिकायत पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है।
यूपी के बलिया जिले के नराव गांव के हरे राम पुत्र केशव ने पुलिस में दी शिकायत में बताया कि वर्ष 2021 में वह अपनी पत्नी को इलाज के लिए बद्दी के निजी अस्पताल में ले गया था। जहां से उसकी पत्नी को इलाज के लिए पंजाब के जीरकपुर स्थित न्यू लाइफ लाइन अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया था।
इलाज के खर्च के तौर पर लगने वाली फीस उसने डेढ़ लाख नकदी देकर चुका दी। लेकिन कुछ महिनों बाद इसके बैंक खाते से 60,000 रुपये कट गए तब इसे जानकारी प्राप्त हुई कि अस्पताल प्रबंधकों ने इसके नाम से डिजीस्पर्स कंपनी से इसकी पत्नी के इलाज के लिए लोन ले रखा था। इसने निजी अस्पताल में डॉक्टरों व अस्पताल के मालिक से पूछा तो उन्होंने आश्वासन देकर पैसे वापस मिलने की बात कही और एक रिंवर्समेंट फाइल उसे दी। लेकिन उस फाइल में भी इसकी पत्नी के इलाज की सारी जानकारी गलत और झूठी दी गई थी। अस्पताल वालों ने इसके साथ धोखाधड़ी की और इससे दोगुनी फीस ली।उधर, डीएसपी प्रियंक गुप्ता ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि बद्दी थाने में निजी अस्पताल के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।