प्रदेश की राजधानी शिमला में वन विभाग में नौकरी लगवाने के नाम पर दो भाइयों से लाखों रुपये की ठगी करने के मामले में पुलिस ने एक युवक को गिरफ्तार किया है।
हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में वन विभाग में नौकरी लगवाने के नाम पर दो भाइयों से लाखों रुपये की ठगी करने के मामले में पुलिस ने एक युवक को गिरफ्तार किया है। आरोपी दिलीप नेगी (22) गांव बरी, तहसील निचार, किन्नौर का रहना वाला है। देर रात पुलिस ने दिलीप को गिरफ्तार कर बुधवार को अदालत में पेश किया। पुलिस ने उसे 20 मई तक रिमांड पर लिया है। जांच टीम ने मामले में एनसीसी कैडेट्स का प्रमाण पत्र और जाली नियुक्ति पत्र कब्जे में लिया है। प्रारंभिक जांच के मुताबिक आरोपी युवक सचिवालय से लेकर जिला प्रशासन के उच्च अधिकारियों से जान पहचान का हवाला देकर ठगी को अंजाम देता रहा। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
पुलिस के मुताबिक नौकरी के नाम पर ठगी का यह खेल मार्च 2024 से मई तक का है। रोहड़ू के चिड़गांव निवासी निशांत और रितिक सरकारी नौकरी के लिए प्रयास कर रहे थे। ये दोनों न्यू शिमला में किराये का कमरा लेकर रह रहे थे। यहां इनकी मुलाकात आरोपी दिलीप से हुई। दिलीप ने वन विभाग में जान पहचान होने की बात कहकर दोनों युवकों को फाॅरेस्ट गार्ड के पद पर नौकरी लगवाने का झांसा दिया।
इसके लिए आरोपी ने पैसों की मांग की। आरोपी ने युवकों से 8 लाख 63 हजार रुपये हड़प लिए। नौकरी के नियुक्ति पत्र फर्जी निकलने पर युवकों को ठगी का अहसास हुआ और उन्होंने न्यू शिमला पुलिस स्टेशन में शिकायत की। उधर, पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपी से पूछताछ शुरू कर दी है। इसके बैंक दस्तावेजों को भी खंगाला जा रहा है।विज्ञापन
ऐसे उजागर हुआ मामला
चिड़गांव के शिलादेश गांव निवासी युवती रचना और उत्तम चंद ने पुलिस महानिदेशक को पत्र लिखकर शिकायत की। इसके बाद राेहड़ू इकाई का गुप्तचर विभाग भी सक्रिय हुआ। बताया जा रहा है कि आरोपी युवक दिलीप नेगी चिड़गांव के युवक निशांत के संपर्क में मार्च में आया। निशांत रोजगार की तलाश में था। आरोपी ने निशांत को वन विभाग में रोजगार देने की बात कही।
इस दौरान निशांत का जाली एनसीसी कैडेट्स का प्रमाण पत्र और जाली नियुक्ति पत्र भी बनवाया और 15 मई को ज्वाइनिंग करने के लिए कहा। इसके बाद आरोपी ने निशांत से पैसे ऐंठने शुरू किए। एक महीने में आरोपी ने निशांत से 8.63 लाख रुपये ऐंठे। आराेपी की ओर से शिलादेश के ही कुछ अन्य युवकों से लाखों रुपये की ठगी करने की शिकायत भी पुलिस महानिदेशक को भेजी गई है। निशांत को जब दिलीप नेगी पर शक हुआ, तो उसने मामले की जानकारी अपने पिता उत्तम चंद को दी। इसके बाद पुलिस महानिदेशक को शिकायत पत्र भेजा। बीते दिन रचना ने मामले की एफआईआर न्यू शिमला पुलिस थाने में दी।