सरदार पटेल विश्वविद्यालय मंडी हमेशा से ही अपनी अव्यवस्था के लिए सुर्खियों पर रहता है। सरकार का भी आरोप यही रहता है कि सरदार पटेल विवि मंडी राजनीति का केंद्र बन गया है। इसका ताजा उदाहरण विश्वविद्यालय के पास पूरा स्टाफ नहीं होना है। ऐसे में बच्चों को पढ़ाने के लिए यहां विभिन्न विभागों में गेस्ट फैकल्टी की नियुक्ति की गई है।
यह गेस्ट फैकल्टी क्षमता से अधिक काम तो कर रहे हैं, लेकिन उन्हें उनका पारिश्रमिक समय से नहीं मिलता। उन्हें हर माह 10 तारीख से पहले कभी भी मानदेय नहीं मिला। इस बार तो इन गेस्ट फैकल्टी को अप्रैल माह का वेतन आज दिन तक नहीं मिल पाया है।
इस अव्यवस्था और राजनीति के कारण बहुत से गेस्ट फैकल्टी इस विश्वविद्यालय को छोड़ कर भी जा चुके हैं। हाल ही में नए कुलपति ने विश्वविद्यालय का कार्यभार संभाला है तो सभी को उम्मीद है कि उनके नेतृत्व में विश्वविद्यालय नई ऊंचाई पर पहुंचेगा और हर समस्या का समाधान होगा। गेस्ट फैकल्टी शिक्षकों ने मांग की है कि उन्हें समय पर वेतन का भुगतान किया जाए।