गर्मियों के इस सीजन में एक अप्रैल से 17 मई तक प्रदेश के 12 सर्किलों में आग की 313 घटनाएं दर्ज की गई हैं। प्रदेशभर में पिछले डेढ़ माह में इन आग की घटनाओं में 2,162 हेक्टेयर भूमि पर वन संपदा राख हो गई है।
बढ़ते तापमान के साथ जंगलों में आग लगने की घटनाएं बढ़ने लगी हैं। प्रदेशभर में एक दर्जन से ज्यादा स्थानों पर शुक्रवार को भी आग के मामले सामने आए। गर्मियों के इस सीजन में एक अप्रैल से 17 मई तक प्रदेश के 12 सर्किलों में आग की 313 घटनाएं दर्ज की गई हैं। प्रदेशभर में पिछले डेढ़ माह में इन आग की घटनाओं में 2,162 हेक्टेयर भूमि पर वन संपदा राख हो गई है। प्लांटेशन, प्राकृतिक और अन्य क्षेत्र में आग लगने से करीब 50 लाख के नुकसान का आकलन है। प्रदेश की बात करें तो सबसे ज्यादा धर्मशाला सर्किल में 82, हमीरपुर 62 घटनाओं के साथ दूसरे नंबर पर है।
वन विभाग के आंकड़ों के अनुसार 17 मई शाम तक बिलासपुर में 18, चंबा में नौ, धर्मशाला में 82, जीएचएनपी कुल्लू सर्किल में एक, हमीरपुर में 62, कुल्लू में एक, मंडी में 47, नाहन में 41, रामपुर में आठ, शिमला में 12, सोलन में 30 और डब्ल्यूएल नॉर्थ में दो घटनाएं जंगलों में दर्ज की गई हैं। बिलासपुर सर्किल में पिछले डेढ़ माह में 246.5 हेक्टेयर, चंबा में 58.3 हेक्टेयर,धर्मशाला में 365.45 हेक्टेयर, जीएचएनपी कुल्लू में दो हेक्टेयर, हमीरपुर में 567.24 हेक्टेयर, कुल्लू में 13 हेक्टेयर, मंडी में 252 हेक्टेयर, नाहन में 294.9 हेक्टेयर, रामपुर में 56.5 हेक्टेयर, शिमला में 93.5 हेक्टेयर, सोलन में 279.7 हेक्टेयर, डब्ल्यूएल नॉर्थ में नौ हेक्टेयर भूमि पर आग लगी है।
कहां कितना नुकसान
इन आग की घटनाओं में अब तक हमीरपुर में 13.54 लाख, धर्मशाला में 12.45 लाख, मंडी में 7.56 लाख, नाहन में 1.81 लाख, सोलन में 3.88 लाख, बिलासपुर में 14 हजार, शिमला में 50 हजार, चंबा में 28 हजार, रामपुर में 48 हजार, कुल्लू में 6.46 लाख, जीएचएनपी कुल्लू में आठ हजार, डब्ल्यूएल नॉर्थ में पांच सौ का नुकसान हुआ है। वहीं, बात अगर प्लांटेशन क्षेत्र की करें तो 465.84 हेक्टेयर पर आग की घटनाएं हुई हैं। इसके अलावा 1132.7 प्राकृतिक भूमि और 317.2 अन्य भूमि जली है। प्रदेश में पिछले डेढ़ माह में 1915.74 हेक्टेयर जंगली की भूमि जली है। इसमें करीब 50 लाख के नुकसान का आकलन है
बिलासपुर के निहारी और पलासला में जला 56 हेक्टेयर जंगल
शुक्रवार को बिलासपुर जिले की वन बीट निहारी और पलासला के जंगलों में भीषण आग लग गई। इससे पहले भी इन बीटों में कई जगहों पर आग लगने की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। पिछले पांच दिनों में 56 हेक्टेयर रकबा आग से जल गया है। तीन दिन पहले आग लगने की घटना से कमलोटी जंगल में नए लगाए गए पौधे झुलस गए। वहां पर साल 2021 में 1200 नए पौधे लगाए गए थे। इन पौधों को नुकसान पहुंचा है। पांवटा वन मंडल की गोरखनाथ, भगानी व माजरी बीट में लगी आग को वन ब्लॉक पांवटा साहिब के स्टाफ के साथ स्थानीय लोगों की सहायता से काबू पाया गया। उधर, ऊना के कुटलैहड़ विधानसभा क्षेत्र में लगभग एक सप्ताह से जंगलों की आग ने कहर मचाया हुआ है। कुटलैहड़ के जंगलों में भड़की आग से अब आबादी क्षेत्रों में लोगों की परेशानियां बढ़ गई हैं। धुएं से बीमार बुजुर्ग और छोटे-छोटे बच्चों को सांस लेने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।