बैठक में निर्णय लिया गया कि विधानसभा की आंतरिक सुरक्षा के लिए स्थायी सुरक्षा बल का गठन किया जाए।
विधानसभा सचिवालय के मुख्य समिति कक्ष में शुक्रवार को हिमाचल प्रदेश विधानसभा अधक्ष कुलदीप सिंह पठानिया की अध्यक्षता में आंतरिक सुरक्षा संबंधी समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव ओंकार शर्मा, पुलिस महानिदेशक अतुल वर्मा, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, कानून एवं व्यवस्था अभिषेक त्रिवेदी, विधानसभा सचिव यशपाल शर्मा, पुलिस महानिरीक्षक सर्तकता संतोष पटियाल तथा पुलिस अधीक्षक जिला शिमलासंजीव गांधी मौजूद रहे।
विधानसभा की आंतरिक सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए यह बैठक काफी अहम थी। इस बैठक में सुरक्षा से जुड़े सभी पहलुओं पर विस्तृत चर्चा की गई। बैठक में विधानसभा अध्यक्ष की ओर से दिए गए आदेशों की पालना व विधानसभा के संचालन के दौरान दिए गए आदेशों को तत्काल प्रभाव से लागू करने के लिए गहन चर्चा की गई। बैठक में निर्णय लिया गया कि विधानसभा की आंतरिक सुरक्षा के लिए स्थायी सुरक्षा बल का गठन किया जाए। उत्तर प्रदेश, हरियाणा तथा पंजाब विधानसभाओं में भी इस प्रकार की व्यवस्था मौजूद है।
इसमें विभिन्न स्तर के सुरक्षा अधिकारियों तथा कर्मचारियों के स्थायी तौर पर पद सृजित करने का प्रस्ताव है तथा ये सभी अधिकारी तथा कर्मचारी विधानसभा सचिवालय के स्थायी कर्मी होंगे व सत्र के दौरान कार्य के अतिरिक्त यह सुरक्षा बल दोनों विधानसभा परिसरों की सुरक्षा को भी सुनिश्चित करेगा। इस तरह की व्यवस्थाएं देश के लगभग सभी राज्य विधानसभाओं में मौजूद हैं। हिमाचल प्रदेश विधानसभा सचिवालय भी इसी तरह का प्रस्ताव उत्तर प्रदेश, हरियाणा तथा पंजाब विधानसभाओं की तर्ज पर राज्य सरकार को अध्यक्ष की स्वीकृति के बाद प्रेषित कर रही है।
इसके अतिरिक्त बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि सत्र के दौरान विधानसभा की आंतरिक सुरक्षा के लिए राज्य सरकार की ओर से तैनात सभी सुरक्षा अधिकारियों व कर्मचारियों की सेवाएं प्रशासनिक तौर पर पूर्णतया: विधानसभा अध्यक्ष के अधीन रहेंगी ताकि वे विधानसभा अध्यक्ष के निर्देश पर जारी किए गए आदेशों की परिपालना कर सकें। बैठक के अंत में अधिकारियों को संबोधित करते हुए पठानिया ने कहा कि दोनों विधानसभा परिसरों की सुरक्षा चाकचौबंद होनी चाहिए तथा सत्र के दौरान अनुशासन तथा सुरक्षा व्यवस्था में कोई चूक न हो यह सुनिश्चित किया जाए ।