
समर टूरिस्ट सीजन के दौरान सैलानियों की संख्या में भारी बढ़ोतरी हुई है। कोरोना काल के बाद पहली बार गर्मियों के सीजन में रिकाॅर्ड सैलानी हिमाचल पहुंच रहे हैं।
हिमाचल प्रदेश में समर टूरिस्ट सीजन के दौरान सैलानियों की संख्या में भारी बढ़ोतरी हुई है। कोरोना काल के बाद पहली बार गर्मियों के सीजन में रिकाॅर्ड सैलानी हिमाचल पहुंच रहे हैं। मैदानी राज्यों में पड़ रही भीषण गर्मी से राहत के लिए सैलानी पहाड़ों का रुख कर रहे हैं। लोकसभा चुनाव खत्म होने के बाद सैलानियों की संख्या में इजाफा हो रहा है। मैदानी राज्यों के स्कूल-कॉलेजों में इन दिनों गर्मियों की छुट्टियां चल रही हैं, जिसके चलते सैलानी परिवारों के साथ फैमिली ट्रिप पर हिमाचल पहुंच रहे हैं।
सिंगल ट्रिप पर आने वाले टूरिस्टों की संख्या कम है। पर्यटन कारोबार के रफ्तार पकड़ने से कारोबारी खासे उत्साहित हैं। कोरोना काल के बाद मंदी की मार झेल रहा पर्यटन कारोबार पटरी पर लौट रहा है। वीकेंड के अलावा हफ्ते के अन्य दिनों में भी सैलानियों की संख्या में इजाफा हो रहा है। इस हफ्ते वीकेंड पर शिमला और मनाली सहित अन्य पर्यटन स्थलों पर होटलों के 80 से 90 फीसदी तक कमरे बुक हैं, जबकि हफ्ते के अन्य दिनों में भी 60 से 70 फीसदी तक कमरों की बुकिंग चल रही है।
ट्रैवल एजेंट्स एसोसिएशन के महासचिव मनु सूद का कहना है कि जून के पूरे महीने में हिमाचल के पर्यटन स्थलों पर सैलानियों की खूब भीड़ जुटने की उम्मीद है। मैदानी राज्यों में गर्मी से राहत पाने टूरिस्ट हिमाचल पहुंच रहे हैं। ऑल हिमाचल कॉमर्शियल व्हीकल ज्वाइंट एक्शन कमेटी के चेयरमैन राजेंद्र ठाकुर का कहना है कि कोरोना काल के बाद अब टैक्सी कारोबार ने रफ्तार पकड़ी है। टूरिस्ट की पिकअप और ड्राॅपिंग के अलावा साइट सीन के लिए टैक्सियों को अच्छी बुकिंग मिल रही है।
रिकाॅर्ड टूरिस्ट हिमाचल पहुंच रहे हिमाचल
फेडरेशन ऑफ हिमाचल होटल एंड रेस्टोरेंट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष गजेंद्र सिंह ठाकुर का कहना है कि कोरोना काल के बाद पहली बार गर्मियों के सीजन में रिकाॅर्ड टूरिस्ट हिमाचल पहुंच रहे हैं। लोकसभा चुनाव खत्म हो गए हैं, जिसके कारण टूरिस्ट की संख्या बढ़ रही है। प्रदेश सरकार को जम्मू-कश्मीर और उत्तराखंड की तर्ज पर हिमाचल टूरिज्म के प्रचार-प्रसार के लिए प्रयास करने चाहिए।
एचपीटीडीसी के होटलों में 70 से 90 फीसदी कमरे बुक : राजीव
पर्यटन विकास निगम के होटलों में वीकेंड और अन्य दिनों में 70 से 90 फीसदी ऑक्यूपेंसी चल रही है। बीते सालों के मुकाबले यह बहुत अधिक है। बीते साल प्राकृतिक आपदा के कारण पर्यटन कारोबार को भारी नुकसान हुआ था। इस साल सैलानियों की संख्या बढ़ने से आपदा के जख्मों पर मरहम लगा है।- राजीव कुमार, प्रबंध निदेशक, पर्यटन विकास निगम