मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू का गृह जिला होने के चलते हमीरपुर को हॉट सीट माना जा रहा है। दोनों दलों के नेताओं और कार्यकर्ताओं की निगाहें हाईकमान पर टिक गई हैं।
हिमाचल में सियासी पारा फिर चढ़ गया है। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू का गृह जिला होने के चलते हमीरपुर को हॉट सीट माना जा रहा है। दोनों दलों के नेताओं और कार्यकर्ताओं की निगाहें हाईकमान पर टिक गई हैं। चुनाव की अधिसूचना जारी होते ही नेता टिकट के दावे को दोहरा रहे हैं। 14 जून से नामांकन की प्रक्रिया शुरू होगी। पूर्व विधायक आशीष शर्मा भी चुनाव की घोषणा के बीच पार्टी हाईकमान से मुलाकात करने के लिए दिल्ली पहुंच गए हैं। चुनाव में पूर्व प्रत्याशी विधायक नरेंद्र ठाकुर की क्या भूमिका रहेगी यह देखना भी दिलचस्प होगा। वहीं, कांग्रेस के पूर्व प्रत्याशी डॉ. पुष्पेंद्र वर्मा ने भी शिमला में सीएम सुक्खू से मुलाकात की है।
डॉ. पुष्पेंद्र वर्मा के अलावा मुख्यमंत्री के राजनीति सलाहकार सुनील शर्मा बिट्टू और एडवोकेट रोहित शर्मा भी टिकट की दौड़ में हैं। वहीं भाजपा की ओर से जिला भाजपा उपाध्यक्ष ऊषा बिरला ने भी टिकट की दावेदारी जताई है, हालांकि, यहां पर विधायकी से इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हुए पूर्व विधायक आशीष शर्मा को भाजपा टिकट मिलने की संभावना है। यदि भाजपा से ब्राहमण चेहरा उतारा जाता है तो कांग्रेस भी जातीय समीकरणों को साधने का प्रयास कर सकती है। जिले में वर्तमान में कांग्रेस के दो राजपूत, एक अनुसूचित जाति वर्ग के विधायक हैं। वहीं भाजपा के इकलौते विधायक ब्राहमण वर्ग से आते हैं। ऐसे में जिले में जातीय समीकरणों को साधने का प्रयास उपचुनाव में होगा।