क्रिप्टोकरेंसी ठगी मामले का मास्टरमाइंड सुभाष दुबई में वीजा अवधि बढ़ाने में सफल हो गया है। 2,500 करोड़ रुपये की ठगी मामले का यह मुख्य आरोपी है। पुलिस एसआईटी की तमाम कोशिशों के बावजूद भी वीजा रद्द नहीं हो पाया है। एसआईटी को जानकारी है कि इससे पहले दिसंबर में भी इसने अपना वीजा अवधि बढ़ाई थी। पुलिस यह जानकारी जुटाने में जुटी है कि कितने महीने का वीजा बढ़ा है। एसआईटी ने दावा किया है कि मुख्य आरोपी को स्वदेश लाया जाएगा। लेकिन, इसके लिए महीनों और इंतजार करना पड़ेगा।
उधर, हाल ही में क्रिप्टोकरेंसी ठगी मामले में कोलकाता में पकड़ा गया आरोपी मिलन गर्ग भी दुबई में छिपा था। इसका वीजा जैसे ही खत्म हुआ। यह दुबई से कोलकाता पहुंचा। वहां एसआईटी ने इसे दबोच लिया। वह मुख्य आरोपी सुभाष का आईटी से संबंधित पूरा कामकाज देखता था। यह आरोपी भी कई लोगों को करोड़ों का चूना लगा चुका है। सुभाष पर अकेले करीब 500 करोड़ रुपये डकारने का आरोप है। इस घोटाले में अब तक 25 आरोपियों की करीब 40 करोड़ की चल-अचल संपत्ति जब्त की जा चुकी है। इनमें आरोपी सुभाष, हेमराज, अभिषेक और सुखदेव और अन्य एजेंट शामिल हैं।
ऐसे बुना ठगी का जाल
बता दें कि इन चारों पर आरोप है कि इन्होंने हिमाचल के लोगों को ठगने का जाल बुना। निवेशकों को जोड़ने वाले एजेंटों को कमीशन दी जाती थी। एसआईटी की मानें तो ठगी का खेल वर्ष 2018 से चल रहा था। शुरुआत में आरोपियों ने कई लोगों को निवेश के 11 महीने के बाद डबल पैसे भी दिए। इसके बाद में जब लोगों को तीन साल बाद पैसे नहीं मिले तो पीड़ित पुलिस में शिकायतें करने लगे। एसआईटी के मुताबिक मामले में अभी और भी गिरफ्तारियां होनी हैं। आरोपियों से पूछताछ जारी है। गिरफ्तारी के डर से कई आरोपी भूमिगत हो गए हैं, जबकि कई एजेंटों ने गिरफ्तारी के डर से लोगों को पैसा लौटाना भी शुरू कर दिया है। आरोपियों ने हिमाचल के अलावा पंजाब, हरियाणा के लोगों को भी ठगा है।
क्रिप्टोकरेंसी ठगी मामले के मुख्य आरोपी सुभाष की वीजा अवधि बढ़ी है। पुलिस को इसकी जानकारी मिली है। आरोपी हर हालत में स्वदेश लाया जाएगा। करोड़ों की ठगी मामले में अन्य आरोपियों से पूछताछ जारी है।