कारगिल विजय की रजत जयंती के उपलक्ष्य पर गुरुवार को ऐतिहासिक रिज मैदान पर सेना के आधुनिक हथियारों की प्रदर्शनी लगाई गई। कारगिल विजय दिवस महोत्सव में पर्यटकों सहित स्थानीय लोगों ने प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इस दौरान सेना के बैंड का प्रदर्शन भी किया गया। सेना के जवानों ने सांस्कृतिक और देश भक्ति संगीत पर प्रस्तुति दी। शाम को राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला भी सांस्कृतिक कार्यक्रम में शामिल होंगे। 7:00 बजे तक महोत्सव चलेगा। कारगिल के शहीदों की चित्र प्रदर्शनी लगाकर सेना ने कारगिल युद्ध में दुश्मन से मुक्त कराने वाले वीरों की शौर्य गाथाओं को याद किया गया।
कारगिल विजय दिवस पर वीर सपूतों की गाथाओं को दर्शाती रिज मैदान पर सेना की ओर से लगाई प्रदर्शनी लोगों के लिए आकर्षक का केंद्र बनी है। इसमें कारगिल युद्ध के दौरान इस्तेमाल हथियारों को भी प्रदर्शित किया गया है। सेना पाइप बैंड प्रदर्शन और सिम्फनी बैंड की शानदार प्रस्तुति भी हुई। सेना प्रशिक्षण कमान मुख्यालय (आरट्रैक) की ओर से रिज मैदान पर कारगिल विजय दिवस रजत जयंती महोत्सव मनाया जा रहा है।
कारगिल युद्ध में पाकिस्तान पर भारतीय सशस्त्र बलों की जीत के उपलक्ष्य में हर साल 26 जुलाई को कारगिल विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है। कारगिल युद्ध 3 मई,1999 को भारत के जम्मू-कश्मीर के कारगिल जिले में शुरू हुआ था। 26 जुलाई 1999 को भारतीय सशस्त्र बलों की जीत के साथ समाप्त हुआ। सेना प्रशिक्षण कमान भारतीय सैनिकों की अदम्य बहादुरी और साहस को दिखाने के लिए कार्यक्रम का आयोजन कर रही है। कारगिल युद्ध में हिमाचल प्रदेश के 57 जवानों ने देश की सरहद की रक्षा करते हुए सर्वोच्च बलिदान दिया था। इसमें जिला शिमला के भी चार जवान वीरगति प्राप्त हुए थे। 26 जुलाई को जिला प्रशासन की ओर से इन परिवारों को सम्मानित किया जाएगा।