पंडित जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज चंबा में कोविड के दौरान आए वेंटिलेटर को प्रबंधन ने आपातकालीन परिस्थिति से निपटने के लिए रखा है। टीबी अस्पताल के साथ जहां 80 बिस्तरों वाला कोविड वार्ड बनाया था, वहां वेंटिलेटर मरीजों के बिस्तर के साथ जोड़े गए थे। ये अभी भी वहीं पर हैं। फिलहाल कोविड वार्ड बंद है। हालांकि मेडिकल कॉलेज के अन्य वार्डों में वेंटिलेटर पर्याप्त मात्रा में हैं। हाल ही में आधा दर्जन वेंटिलेटर मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने सरोल में बनाए ट्रॉमा केयर सेंटर में स्थापित किए थे। यहां अन्य मशीनें लगाई जा रही हैं। इससे इमरजेंसी में मरीजों को ट्रॉमा केयर सेंटर की सुविधा मिल सकेगी।
इस समय कोविड वार्ड में ताला लटका है। वहां वेंटिलेटर संभालकर रखे गए हैं। इन्हें प्रबंधन किसी भी महामारी या आपातकालीन परिस्थिति में इस्तेमाल कर सकता है। फिलहाल पचास से अधिक वेंटिलेटर ऐसे हैं, जिनका मौजूदा समय में इस्तेमाल नहीं हो रहा है। कोरोना काल में केंद्र सरकार की तरफ से चंबा मेडिकल कॉलेज को 80 वेंटिलेटर भेजे गए थे। इन्हें कोविड वार्ड में लगाया गया था। यहां कोरोना पीड़ित गंभीर मरीजों को उपचार के लिए रखा जाता था। कोरोना खत्म होने के बाद इन वेंटिलेटर का इस्तेमाल भी मेडिकल कॉलेज में कम हो गया है।
कोरोना काल में आए वेंटिलेटर अस्पताल में सुरक्षित रखे हैं। इनका इस्तेमाल किसी भी आपातकालीन परिस्थिति में किया जा सकता है। फिलहाल कुछ वेंटिलेटर को ट्रॉमा केयर सेंटर में भी स्थापित किया गया है।