हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले की चौहार घाटी के राजबन में बादल फटने की दिल दहला देने वाली घटना कई परिवारों को उम्रभर के जख्म दे गई। राजबन त्रासदी में घायल राम सिंह उर्फ रामू टांडा मेडिकल काॅलेज में दाखिल है। उसकी पत्नी सोनम और तीन माह की बेटी मानवी के शव रविवार को मिले। घटना के दिन राम सिंह अपने परिवार के साथ घर पर ही था। अब शव मिलने पर दोनों का अंतिम संस्कार कर दिया गया। राम सिंह पत्नी और बेटी के अंतिम दर्शन तक नहीं कर पाया। उधर, लापता खुड्डी देवी के पति चंदन लाल ने कहा कि घटना के दिन वह कुल्लू में थे।
घटना की वास्तुस्थिति नहीं बताई गई, इतना जरूर कहा गया कि जल्दी घर पहुंचो। रातोंरात ही घर पहुंचा, तो पूरा परिवार त्रासदी का शिकार हो गया था। इससे पांव तले जमीन खिसक गई। वह चाहते हैं कि मलबे में दबे सभी शव मिल जाएं। सबकी आत्मा की शांति के लिए सामूहिक क्रिया कर्म करेंगे। चौथे दिन के खोज अभियान को शाम सवा छह बजे रोक दिया है। अब पांचवें दिन सोमवार सुबह को अभियान शुरू होगा। उधर, प्रभावित ब्रतू राम ने बताया कि इस घटना में उनकी मां चैत्री देवी और भाभी खुड्डी देवी की दबकर मौत हो गई है। उन्होंने बताया कि भाभी का शव अभी तक नहीं मिल पाया है। पूरा परिवार इतना टूट चुका है कि राजबन गांव में क्या चल रहा है उन्हें कुछ पता नहीं लग रहा है।
बागी में 10, केदस में 20 अगस्त तक बनेगा बेली ब्रिज
बाढ़ प्रभावित क्षेत्र बागी में 10 अगस्त तक बेली ब्रिज तैयार हो जाएगा, जबकि केदस और वायल में 20 अगस्त तक पुल बन जाएगा। प्रदेश सरकार ने लोक निर्माण विभाग को पुल लगाने का समयसीमा निर्धारित कर दी है। इसके लिए मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने लोक निर्माण विभाग को दो करोड़ रुपये की राशि जारी की है। बागी पुल लोक निर्माण विभाग का मेकेनिकल विंग तैयार करेगा, जबकि केदस पुल निजी कंपनी बनाएगी। शिमला और मंडी से पुल बनाने के लिए सामान भेजा गया है। शिमला जोन में पुल टूटने से लोक निर्माण विभाग को 11 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि क्षेत्र में बाढ़ आने से जानमाल का भारी नुकसान है। लोगों की आवाजाही के लिए फिलहाल नदी-नालों पर झूला पुल लगाए गए हैं।
लोक निर्माण विभाग को पुल लगाने के कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। वहीं, प्रभावित क्षेत्र सरतारा और धांदड़ी में सड़क पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हुई है। सड़क बहाल करने को जेसीबी और डोजर लगाए जा रहे हैं। चंबा और शिमला में भी बाढ़ से भारी नुकसान हुआ है। लोक निर्माण विभाग के इंजीनियर इन चीफ नरेंद्र पॉल ने कहा कि सेब बहुल क्षेत्र की सड़कों को यातायात के लिए बहाल किया जा रहा है। दो तीन दिन के भीतर सड़कें बहाल कर दी जाएंगी। लोक निर्माण विभाग के चीफ इंजीनियर सुरेंद्र पाॅल ने कहा कि सरकार के आदेशों के मुताबिक 10 से 15 दिन के भीतर सभी बेली ब्रिज लगा दिए जाएंगे। प्रभावित क्षेत्रों में पुल लगाने के लिए सामान भेजना शुरू कर दिया है। फिलहाल झूला पुल लगा दिए गए हैं।