इस सीजन में अदाणी एग्रो फ्रेश कंपनी सेब खरीद के दाम गिरा सकती है। सेब की फसल को लेकर कंपनी की ओर से किए जा रहे सर्वे के शुरुआती संकेतों में नुकसान का अंदेशा जताया गया है। कंपनी के स्थानीय सूत्रों के अनुसार इस सीजन में सेब खरीद को लेकर फूंक-फूंक कर कदम रखने की हिदायत दी गई है। पिछले साल भी कंपनी सेब खरीद का लक्ष्य पूरा नहीं कर पाई थी और नुकसान उठाना पड़ा था। कंपनी रक्षाबंधन के बाद सेब खरीद की तैयारी शुरू कर देगी और 26 अगस्त से खरीद शुरू करने का लक्ष्य रखा गया है।
बीते साल अदाणी एग्रो फ्रेश ने 24 अगस्त से सेब खरीद शुरू की थी और लार्ज, मीडियम, स्मॉल श्रेणी के सेब का खरीद मूल्य 95 रुपये प्रतिकिलो घोषित किया था। यह रेट साल 2022 के मुकाबले 19 रुपये अधिक था। 2022 में कंपनी ने सेब खरीद की शुरूआत 76 रुपये किलो और 2021 में 72 रुपये किलो से शुरू की थी। हालांकि यह शुरुआती कीमत थी और 7 से 10 दिन के बाद दाम पुनर्निर्धारित किए गए थे। पिछले साल प्रदेश सेब सीजन के दौरान प्राकृतिक आपदा से जूझ रहा था इसलिए गुणवत्ता के आधार पर सेब की रिजेक्शन न करने का भी निर्णय लिया था। बीते सीजन में सैंज, मेंहदली औरस बिथल में स्थित प्लांट के लिए 25,000 मीट्रिक टन सेब खरीद का लक्ष्य पूरा नहीं हो पाया था। विदेशों से भारी मात्रा में सेब आयात के कारण भी सीए स्टोर के सेब को अच्छे दाम नहीं मिले। हिमाचल में सेब खरीद करने वाली देवभूमि, हिमफ्रेश और बीजा सहित अन्य कंपनियों को भी नुकसान उठाना पड़ा।

मंडियों में 80 से 250 रुपये किलो औसत दाम
इन दिनों मंडियों में सेब के औसत दाम 80 से 250 रुपये किलो चल रहे हैं। बढि़या किस्म का गुणवत्ता वाला सेब 200 से 250 रुपये किलो, जबकि कम गुणवत्ता वाला हल्का सेब 50 से 60 रुपये किलो भी बिक रहा है। मंगलवार को भट्ठाकुफर फल मंडी में स्पर किस्म का सेब 270 रुपये किलो तक बिका।