हिमाचल प्रदेश में सड़क सुरक्षा के मद्देनजर शराब के नशे में वाहन चलाने वाले चालकों के खिलाफ पुलिस कड़ी कार्रवाई कर रही है। इस वर्ष प्रदेशभर में शराब के नशे में वाहन चलाने वाले 1,379 चालकों के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई गई है। इन चालकों के मोटर वाहन अधिनियम के तहत चालान काटने के साथ ही संबंधित लाइसेंस अथॉरिटी को ऐसे चालकों के लाइसेंस रद्द करने की सिफारिश की है। वर्ष 2024 में अभी तक नशे में वाहन चलाने के सबसे ज्यादा मामले जिला शिमला सामने आए हैं। यहां पर पुलिस ने कड़ी कार्रवाई करते हुए 288 चालकों के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई है। चालकों के लाइसेंस रद्द करने की संस्तुति भी संबंधित अथॉरिटी से की है। जिला सोलन में नशे में वाहन चलाते हुए 210 चालक पकड़े हैं। इन सभी चालकों के खिलाफ पुलिस ने लाइसेंस रद्द करने की सिफारिश की है।
पुलिस जिला बद्दी में इस वर्ष शराब के नशे में वाहन चलाने वाले 107 चालकों के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई है। जिला बिलासपुर में इस वर्ष अभी तक 113 चालकों के खिलाफ शराब के नशे में गाड़ी चलाने पर चालान के साथ ही लाइसेंस रद्द करने की सिफारिश की है। इसी तरह से जिला मंडी में शराब पीकर गाड़ी चलाने वाले 96 चालकों के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश की है। प्रदेश में सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए यातायात, पर्यटक और रेलवे विभाग लगातार हादसों के कारणों और यातायात नियमों की अवहेलना के सामने आ रहे मामलों को लेकर निगरानी कर रहा है। इससे वाहन हादसों के कारणों का पता लगाया जा रहा है, वहीं इन पर अंकुश लगाने के लिए नियमित कार्रवाई की जा रही है।
किन्नौर में नशे की हालत में गाड़ी चलाते पकड़े 139 चालक
जनजातीय जिला किन्नौर में तंग सड़कों और कठिन भौगोलिक परिस्थितियों के बावजूद चालक नशे का सेवन करते हुए वाहन चला रहे हैं। वर्ष 2024 में जिले में 139 मामले ऐसे पकड़े गए हैं, जिनमें चालक नशे का सेवन करते हुए वाहन चलाते हुए पाया है। जिला चंबा की बात करें तो इस वर्ष 113 लोगों को शराब का सेवन कर वाहन चलाते हुए पकड़ा है। वहीं, जिला कुल्लू में 70, ऊना में 35, सिरमौर में 32, हमीरपुर में 30, नूरपूर में 12 और लाहौल स्पीति में शराब पीकर गाड़ी चलाने के 7 मामले दर्ज किए हैं। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक यातायात, पर्यटन एवं रेलवे विभाग नरवीर ठाकुर ने बताया कि सड़क सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए यातायात नियमों की अवहेलना पर पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है। खासकर शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों के खिलाफ चालान के साथ ही लाइसेंस रद्द करने की सिफारिश भी की जा रही है।