पैराग्लाइडिंग के लिए विश्व प्रसिद्ध बीड़-बिलिंग घाटी में मौसम की बेरुखी के चलते विदेशी पायलटों ने अब तक घाटी में दस्तक देने से परहेज किया है। 15 सितंबर के बाद से बिलिंग से नियमित तौर पर उड़ानें हो रही हैं, लेकिन विदेशी पायलटों ने बीड बिलिंग का रुख नहीं किया है। पिछले दो दिन में तीन-चार विदेशी पायलट बीड़ पहुंचे हैं, जबकि 2 अक्तूबर से बड़ी संख्या में विदेशी पायलटों के बीड़ में आने की उम्मीद है। माना जाता है कि विदेशी पायलट मौसम के उड़ानों के अनुकूल होने पर ही बीड़ का रुख करते हैं।
मौसम की बेरुखी के कारण रोजाना मात्र 40 से 50 टेंडम उड़ानें ही संभव हो पा रही हैं और दोपहर 12 बजे के बाद मौसम का मिजाज उड़ानों के अनुकूल नहीं रह रहा है। उधर, 2 नवंबर से पैराग्लाइडिंग वर्ल्ड कप के समय बड़ी संख्या में देशी-विदेशी पायलट उड़ानों के लिए मौजूद रहेंगे। अक्तूबर और नवंबर में घाटी में रौनक की उम्मीद है। बीड़ होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष सतीश अबरोल ने बताया कि अभी पर्यटन व्यवसाय ने रफ्तार नहीं पकड़ी है।