कमजोर वित्तीय स्थिति से जूझ रहे एचआरटीसी (हिमाचल पथ परिवहन निगम) के लिए लेह-दिल्ली बस रूट संजीवनी साबित हुआ है। महज 95 दिनों में सवा करोड़ रुपये की रिकार्ड कमाई कर यह रूट निगम का सबसे अधिक कमाई वाला रूट बन गया है। एचआरटीसी के केलांग डिपो ने 15 जून से इस रूट पर बस का संचालन शुरू किया था। इस साल पहली बार 15 सितंबर के बाद भी बस का संचालन जारी है, हालांकि बस अगले कितने दिनों तक चलेगी यह मौसम पर निर्भर करेगा। 15 सितंबर को मौसम खराब होने के बाद एक दिन के लिए बस संचालन रोक दिया था लेकिन बीआरओ से क्लीयरेंस मिलने के बाद 21 सिंतबर के बाद पुन: इस रूट पर बस सेवा बहाल कर दी गई है। सैलानियों की संख्या घटने के कारण इन दिनों बस में यात्रियों की संख्या घट गई है। बस अगले कितने दिनों तक चलाई जाए इसके लिए निगम प्रबंधन बस के संचालन की व्यवहार्यता का आंकलन कर रहा है।
केलांग में रात्रि ठहराव बंद करने के बाद बढ़े यात्री
इस सीजन में केलांग में रात्रि ठहराव बंद करने के बाद बस में यात्रियों की संख्या में भारी इजाफा हुआ। स्थानीय लोगों की मांग पर निगम प्रबंधन ने रात्रि ठहराव बंद किया जिससे यात्रियों का एक दिन सफर कम हो गया और रात्रि ठहराव के खर्चे की भी बचत हुई। अटल टनल रोहतांग से होकर वाहनों की आवाजाही शुरू होने से पहले यह बस दिल्ली से केलांग और केलांग से लेह रूट पर चलती थी।
बस किराया 1657, फ्लाइट का न्यूनतम किराया 2699
लेह से दिल्ली का एक ओर का किराया 1,657 रुपये है। लेह के लिए दिल्ली और चंडीगढ़ से फ्लाइट की सुविधा है। दिल्ली से लेह का फ्लाइट का न्यूनतम किराया 2,699 है। सैलानी प्राकृतिक सौंदर्य का लुत्फ उठाने के लिए फ्लाइट के स्थान पर निगम की बस सेवा को प्राथमिकता दे रहे हैं।
सबसे अधिक कमाई वाला रूट बना लेह-दिल्ली : रोहन
लेह-दिल्ली रूट निगम का सबसे अधिक कमाई वाला रूट बना है। 15 जून से 15 सिंतबर के बीच इस रूट ने एक करोड़ से अधिक कमाई की है। अगले साल इस रूट पर एक के स्थान पर दो बसें चलाने की संभावना तलाशी जाएगी