राजधानी शिमला में मंगलवार को दिनभर बादल छाए रहे। दोपहर बाद शहर में बूंदाबांदी हुई। मैदानी जिलों में मौसम साफ रहा। जनजातीय जिला लाहौल-स्पीति में दोपहर बाद मौसम बदला और चोटियों में हल्की बर्फबारी हुई। मनाली-लेह मार्ग पर दारचा से आगे वाहन चलाना जोखिम भरा हो गया है। प्रदेश के उच्च पर्वतीय जिलों लाहौल-स्पीति, किन्नौर सहित चंबा, मंडी, कांगड़ा, कुल्लू और शिमला के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बुधवार को बारिश और बर्फबारी के आसार हैं। अन्य क्षेत्रों में मौसम साफ रहने का पूर्वानुमान है। दस अक्तूबर से पूरे प्रदेश में मौसम साफ बना रहने की संभावना जताई गई है।
प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में मंगलवार को हल्के बादल छाए रहने के साथ धूप खिली। पश्चिमी विक्षोभ के अधिक सक्रिय नहीं होने से प्रदेश में मौसम मिलाजुला बना रहा। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार अब पश्चिमी विक्षोभ अफगानिस्तान और आसपास के क्षेत्रों में औसत समुद्र तल से 1.5 और 7.6 किलोमीटर ऊपर एक चक्रवाती परिसंचरण के रूप में देखा जा रहा है। ऐसे में आने वाले दिनों में प्रदेश में मौसम साफ बना रहेगा। उधर, सोमवार रात को कुकुमसेरी में न्यूनतम तापमान 5.1, ताबो में 6.3, कल्पा में 7.6, केलांग में 7.0, मनाली में 10.6, शिमला में 12.8, धर्मशाला में 16.4, ऊना-कांगड़ा में 16.0, नाहन में 18.6, सोलन-चंबा में 16.2, मंडी में 17.9 और बिलासपुर में 18.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ।