मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के संयोजक मोहम्मद अफजल ने कहा कि मजहब ए इस्लाम में कब्जा कर बनाई गई मस्जिद में नमाज को नाजायज माना गया है। धर्मशाला में पत्रकार वार्ता के दौरान उन्होंने कहा कि भारत को विश्व गुरु बनाने के लिए हिंदू और मुस्लिम समाज में सद्भावना और भाईचारा होना बेहद जरूरी है। भले ही हम अपने-अपने धर्म के अनुसार घरों में पूजा-पाठ या नमाज करते हैं, लेकिन सड़क पर निकलने पर हिंदू और मुस्लिम समुदाय को खुद को भारतीय समझना चाहिए। वक्फ संशोधन एक्ट को लेकर उन्होंने कहा कि जिस उद्देश्य से इसका गठन किया गया था, उसके अनुरूप आजादी के बाद से अब तक एक भी कार्य नहीं हुआ है।
वक्फ बोर्ड विधवा, तलाकशुदा व गरीब की सहायता के लिए बनाया गया था, लेकिन ऐसा अभी तक एक भी मामला सामने नहीं आया है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार वक्फ एक्ट में संशोधन करने जा रही है, जिसका विरोध किया गया। यदि इसमें संशोधन होता है तो निश्चित तौर पर सभी वर्गों के लिए यह फायदेमंद होगा। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा वर्ष 2014 से अब तक जो भी योजनाएं बनाई गईं वह न केवल विशेष समाज बल्कि सर्व समाज को ध्यान में रखकर बनाई गई है। शिमला और मंडी में मस्जिद को लेकर विवाद पर उन्होंने कहा कि यदि कोई गलत करता है तो उसके लिए कानून है। सभी को सद्भाव से ऐसे मामले निपटाने चाहिए। उन्होंने कहा कि हम भारत में रहते हैं और यहां सभी को जज़्बातों और भाईचारे का सम्मान करना चाहिए।