द केरल स्टोरी के निर्देशक सुदीप्तो सेन का पर्यटन नगरी धर्मशाला में कुछ लोगों ने घेराव किया और रास्ता रोका। रास्ता रोकने वाले हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय धर्मशाला के विद्यार्थी बताए जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि केरल के रहने वाले करीब 18 से 20 विद्यार्थी धर्मशाला स्थित केंद्रीय विवि के शैक्षणिक परिसर में शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। दरअसल बुधवार को राजकीय महाविद्यालय धर्मशाला के सभागार में हिम सिने सोसायटी की ओर से हिम फिल्मोत्सव का आयोजन किया जा रहा है।
इस आयोजन में द केरल स्टोरी फिल्म के निर्देशक सुदीप्तो सेन भी पहुंचे हुए थे। इस कार्यक्रम में अपनी बात रखकर जब सुदीप्तो सेन ऑडिटोरियम से बाहर निकल रहे थे तभी छह लोगों जिसमें दो युवतियां और चार युवक शामिल थे, ने सुदीप्तो सेन का रास्ता रोक लिया और उनका घेराव कर अपनी बात रखने लगे। इन लोगों ने कहा कि सुदीप्तो सेन ने जो द केरल स्टोरी फिल्म का निर्देशन किया है, वह तथ्यों से विपरीत है और इस फिल्म के कारण केरल के लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं।
इस पर सुदीप्तो सेन ने कहा कि जब वह कार्यक्रम में उपस्थित थे तब अपनी बात रख सकते थे, लेकिन इस वक्त वह किसी सवाल का जवाब नहीं दे सकते। माहौल गर्माने पर आयोजन समिति के सदस्यों ने किसी तरह से सुदीप्तो सेन को भीड़ से बाहर निकाला और उसके बाद वह गाड़ी में सवार होकर वहां से चले गए। कुछ लोगों ने इस घटना की वीडियो भी बनाई, लेकिन बताया जा रहा है कि आयोजन समिति के सदस्यों ने उसे बाद में हरेक मोबाइल फोन से डिलीट करवा दिया।
विरोध जताने वाले युवक-युवतियों से जब अमर उजाला ने बात करनी चाही तो उन्होंने कहा कि वह इस मामले में कुछ भी बात मीडिया में नहीं रखना चाहते हैं। उधर, हिम सिने सोसायटी आयोजन समिति के अध्यक्ष रजनीश कुमार ने कहा कि अपना कार्यक्रम खत्म करने के बाद जब सुदीप्तो सेन ऑडिटोरियम से बाहर जा रहे थे तो कुछ लोगों ने उनका रास्ता रोका। यह लोग उनसे सवाल पूछना चाह रहे थे लेकिन सुदीप्तो सेन की फ्लाइट थी, जिसके लिए वह लेट हो रहे थे। इस वजह से उनके सवालों का जवाब नहीं दे पाए। रजनीश कुमार ने कहा कि अगर किसी को कोई सवाल पूछना था तो कार्यक्रम में पूछ सकते थे।