हिमाचल प्रदेश में शीतलहर तेज होने लगी है। 13050 फीट ऊंचे रोहतांग दर्रा सहित ऊंची चोटियों पर रविवार को बर्फ के फाहे गिरे। लाहौल-स्पीति और कुल्लू में शुष्क ठंड के चलते तापमान काफी लुढ़क गया है। नदी-नाले और झरने जमने लगे हैं। उधर, मौसम केंद्र शिमला ने मंडी, बिलासपुर समेत प्रदेश के अन्य मैदानी क्षेत्रों में चार दिनों तक घना कोहरा छाए रहने की चेतावनी जारी की है। 22 नवंबर से प्रदेश के मध्यवर्ती और ऊंचे पर्वतीय क्षेत्रों में वर्षा और हिमपात का पूर्वानुमान भी जारी किया गया है। अगले चार दिनों में हिमाचल में पारा दो से तीन डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है।
हालांकि, राज्य के कई क्षेत्रों में न्यूनतम तापमान सामान्य से दो डिग्री सेल्सियस तक ज्यादा रहा, जबकि अधिकतम तापमान में सामान्य से दो से तीन डिग्री सेल्सियस तक की बढ़ोतरी देखी गई। रविवार को ताबो में न्यूनतम तापमान- 5.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि अधिकतम तापमान ऊना में 27.6 डिग्री सेल्सियस रहा। 18 से 21 नवंबर के बीच बिलासपुर के भाखड़ा बांध के जलाशय क्षेत्र के अलावा मंडी जिला की बल्ह घाटी में देर रात, तड़के और सुबह के समय घना कोहरा फैले रहने का पूर्वानुमान जारी किया गया है।
रविवार को शिमला समेत प्रदेश के अधिकांश इलाकों मौसम साफ रहा। बिलासपुर में बहुत घना कोहरा रहा, जिसकी दृष्यता 30 मीटर तक रही, जबकि मंडी के सुंदरनगर में हल्का कोहरा रहा।
मौसम केंद्र के अनुसार 22 और 23 नवंबर को लाहौल-स्पीति जिला, चंबा और कांगड़ा के अलग-अलग स्थानों पर हल्की वर्षा व बर्फबारी होने की संभावना है। 23 नवंबर को कांगड़ा और कुल्लू जिलों के ऊंचे इलाकों में भी बारिश और बर्फबारी हो सकती है। उधर, कुल्लू और लाहौल में किसान व बागवान बारिश के इंतजार में हैं। बारिश का इंतजार खत्म नहीं हो रहा है।