मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि शीतकालीन सत्र के बाद वह जनवरी में जिला कांगड़ा के प्रवास पर रहेंगे। रविवार को उन्होंने शिमला में कांगड़ा के वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं से जिला की विकासात्मक परियोजनाओं पर विस्तार से चर्चा की। कहा कि पिछले दो वर्ष में जिला का विकास सुनिश्चित करने के लिए अनेक योजनाएं शुरू की गई हैं। सरकार ने कांगड़ा जिला को पर्यटन राजधानी का दर्जा दिया है और इस क्षेत्र को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने के लिए भी महत्वाकांक्षी पहल की गई है। रविवार को सुक्खू ने कहा कि मटौर-शिमला नेशनल हाईवे के निर्माण को भी रफ्तार दी जा रही है। ढगवार में 1.50 लाख लीटर क्षमता का मिल्क प्रोसेसिंग प्लांट स्थापित किया जा रहा है, जिसका जल्द ही शिलान्यास किया जाएगा।
डॉ. राजेंद्र प्रसाद चिकित्सा महाविद्यालय टांडा में स्वास्थ्य सुविधाओं को मजबूत किया जा रहा है। इस अवसर पर कृषि मंत्री प्रो. चंद्र कुमार, आयुष मंत्री यादवेंद्र गोमा, राज्य योजना बोर्ड के उपाध्यक्ष भवानी सिंह पठानिया, उपाध्यक्ष हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास बोर्ड रघुवीर सिंह बाली, उप मुख्य सचेतक केवल सिंह पठानिया, विधायक किशोरी लाल, संजय रतन, आशीष बुटेल, मलेंद्र राजन, कमलेश ठाकुर, हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी ग्रामीण एवं कृषि विकास बैंक के अध्यक्ष संजय सिंह चौहान, पूर्व विधायक अजय महाजन, सुरेंद्र काकू, कांग्रेस नेता सुरेंद्र मनकोटिया तथा देवेंद्र जग्गी उपस्थित रहे। सभी जन प्रतिनिधियों ने अपने-अपने क्षेत्र से संबंधित परियोजनाओं के संबंध में मुख्यमंत्री से चर्चा की।
एयरपोर्ट से प्रभावित परिवारों को सरकार देगी उचित मुआवजा
सुक्खू ने कहा कि राज्य सरकार कांगड़ा एयरपोर्ट के विस्तार के लिए प्रयासरत है। प्रभावित परिवारों को राज्य सरकार उचित मुआवजा देगी और हरसंभव मदद करेगी। देहरा में 650 करोड़ रुपये की लागत से अंतरराष्ट्रीय स्तर का चिड़ियाघर तैयार किया जा रहा है।
पौंग बांध में भी बिलासपुर की तर्ज पर वाटर स्पोर्ट्स शुरू करने की तैयारी
सरकार पौंग बांध में भी बिलासपुर की तर्ज पर वाटर स्पोर्ट्स गतिविधियां शुरू करने के लिए प्रयास कर रही है। जल क्रीड़ा गतिविधियां शुरू होने से क्षेत्र के युवाओं को रोजगार व स्वरोजगार के अवसर प्राप्त होंगे और स्थानीय लोगों की आर्थिकी में सुधार आएगा।