हिमाचल प्रदेश के स्कूलों और कॉलेजों में पढ़ने वाले दस हजार मेधावी विद्यार्थियों को 16-16 हजार रुपये की कीमत के इलेक्ट्रॉनिक गैजेट मिलेंगे। पोर्टल के माध्यम से विद्यार्थियों को इसके लिए आवेदन करना होगा। चयनित कंपनियां खुद कुरियर से सामान घर छोड़कर जाएंगी। पसंदीदा गैजेट के तहत मेधावियों को टैबलेट, स्मार्टफोन, आईपैड, किंडल में से कोई एक मिलेगा। इसकी खरीद के लिए मेधावियों को कूपन दिए जाएंगे।
राज्य इलेक्ट्रॉनिक्स कारपोरेशन ने गैजेट देने के लिए प्रक्रिया पूरा कर ली है। योजना का शुभारंभ करने के लिए मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू से समय मांगा गया है। शैक्षणिक सत्र 2022-23 की मेरिट सूची में शामिल दसवीं और बारहवीं कक्षा तथा कॉलेजों के 10,540 मेधावियों को अपनी पसंद का कोई भी एक इलेक्ट्रॉनिक गैजेट देने का सरकार ने फैसला लिया है। राज्य इलेक्ट्रॉनिक्स कारपोरेशन के माध्यम से गैजेट्स का प्रारूप तय किया गया है। कारपोरेशन ने कई कंपनियों को इसके लिए चयनित किया है। योजना में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए आवेदन करने को एक पोर्टल बनाया है। इस पोर्टल पर अपनी जानकारी अपलोड करने के बाद मेधावी अपनी पसंद के किसी एक इलेक्ट्रॉनिक गैजेट को चुन सकेंगे।
वर्ष 2007 में तत्कालीन धूमल सरकार के समय में लैपटॉप देने के साथ इस योजना को शुरू किया गया था। 2012 में वीरभद्र सरकार ने इस योजना को जारी रखते हुए विद्यार्थियों की संख्या का दायरा बढ़ाया। 2017 में जयराम सरकार ने योजना जारी रखते हुए लैपटॉप दिए। बाद में योजना के तहत टैबलेट दिए गए। अब सुक्खू सरकार ने योजना में बड़ा बदलाव किया है। इसके तहत सरकार मेधावियों के लिए स्वयं कोई भी खरीद नहीं करेगी। नई व्यवस्था के तहत इलेक्ट्रॉनिक्स गैजेट्स की एक बास्केट तैयार की गई है। मेधावी विद्यार्थियों को सरकार सम्मानित करते हुए एक कूपन देगी। इस कूपन के माध्यम से मेधावी अपनी पसंद की कंपनी का गैजेट ले सकेंगे।