
संघ लोक सेवा आयोग ने सिविल सेवा परीक्षा 2024 का अंतिम परिणाम (UPSC Final Result) जारी कर दिया है। हिमाचल प्रद्रेश के बिलासपुर जिले के झंडूता निवासी 23 साल के वैभव सिंह ने देश की सबसे प्रतिष्ठित और कठिन परीक्षा यूपीएससी पहले ही प्रयास में पास की है। उन्होंने परीक्षा में ऑल इंडिया रैंक 82 प्राप्त किया है। वैभव के माता-पिता दोनों शिक्षा विभाग में कार्यरत हैं। उनके पिता, वीरेंद्र सिंह पनोह स्कूल में प्रधानाचार्य और माता मोनिका गवर्नमेंट कॉलेज बिलासपुर में फिजिक्स की प्रोफेसर हैं। वैभव ने प्रारंभिक शिक्षा रोहड़ू में प्राप्त की और शिमला पब्लिक स्कूल से दसवीं और डीएवी न्यू शिमला से 12वीं की। इसके बाद, उन्होंने दिल्ली विवि से पॉलिटिकल साइंस में ऑनर्स में ग्रेजुएशन की। वैभव की सफलता से क्षेत्र में न केवल उनकी मेहनत का सम्मान हुआ है, बल्कि यह आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत भी बन गई है।
आयुषी का चयन भारतीय राजस्व सेवा के लिए हुआ
जिला शिमला के जुन्गा की निवासी आयुषी ठाकुर ने यूपीएससी परीक्षा में 325वीं रैंक हासिल किया है। आयुषी का चयन भारतीय राजस्व सेवा (आईआरएस) में हुआ है। यह उनकी तीसरी कोशिश थी, जिसमें उन्होंने प्रारंभिक परीक्षा में सफलता प्राप्त की और फिर मुख्य परीक्षा-साक्षात्कार में भी उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। आयुषी ने प्रारंभिक शिक्षा शिमला के क्योंथल कान्वेंट स्कूल से छठी कक्षा तक आगे की पढ़ाई की। मानविकी विषय में 12वीं कक्षा में 95 फीसदी अंक प्राप्त करने के बाद दिल्ली विवि से स्नातक की। वहीं, इग्नू से महिला सशक्तीकरण विषय में डिप्लोमा भी किया। आयुषी ने यूपीएससी की तैयारी कॉलेज के दूसरे वर्ष से ही शुरू कर दी थी। आयुषी का मानना है कि निरंतर प्रयास और सही दिशा में मेहनत से सफलता निश्चित रूप से मिलती है। आयुषी ने सफलता का श्रेय अपने पिता मदन मोहन और माता सुलक्षणा ठाकुर को दिया है। कठिनाइयों के बावजूद परिवार ने हमेशा प्रोत्साहित किया। उन्होंने नियमित रूप से रोज छह से सात घंटे पढ़ाई की।
सौरभ ने पहले प्रयास में पास की परीक्षा
डीएवी स्कूल शोघी में 10वीं तक पढ़े वेस्ट विनोद नगर दिल्ली के सौरभ कुमार सिंह ने यूपीएससी के सिविल सर्विस एग्जाम में 378वां रैंक हासिल किया है। पिता उपेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि सौरभ ने कड़ी मेहनत से पहले ही प्रयास में परीक्षा उत्तीर्ण की है। सौरभ ने देशबंधु कॉलेज दिल्ली से ग्रेजुएशन की और फिर सिविल सर्विस की तैयारी शुरू कर दी।