जगत सिंह नेगी ने कंगना रणौत पर जुबानी हमला बोला है। उन्होंने कहा कि रील व रियल लाइफ में बड़ा अंतर है। रील लाइफ और रियल लाइफ में झांसी की रानी बनने में फर्क है।
राजस्व एवं बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि रील और रियल लाइफ में झांसी की रानी बनने में फर्क होता है। मंडी से भाजपा सांसद कंगना रणौत पर तंज कसते हुए कहा कि उन पर बात करना समय की बर्बादी है। भाजपा नेता आपदाग्रस्त क्षेत्रों में डिजाइनर सूट पहनकर सिर्फ बातें कर रहे हैं, करते कुछ भी नहीं हैं। कंगना ने नीति बनाने की बात कही लेकिन संसद में रिलीफ मेनुअल में बदलाव पर चुप्पी साधी हुई है। नेगी ने कहा कि कंगना चुनी हुई सांसद हैं। प्राकृतिक आपदा जैसे समय में उनका आना लाजमी है। उन्हें बुलाने की आवश्यकता नहीं होनी चाहिए। ये वही हैं जो ये बोलती हैं कि 2014 में आजादी मिली है। चुनाव के समय उन्होंने बड़ी बड़ी बातें कीं।
कानून दिल्ली में बनते हैं लेकिन संसद के अंदर वे बात तक नही करतीं। 2023 में भी बड़ी आपदा आई। प्रदेश में मकान गिरने पर केंद्र सरकार केवल डेढ़ लाख रुपये देती है। उसको बढ़ाने के लिए क्यों बात नहीं की। यदि सड़क बह जाए तो केंद्र सरकार एक किलोमीटर का एक लाख 25 हजार रुपये देती है। इस राशि को बढ़ाने के लिए कंगना ने क्यों आवाज नहीं उठाई। अब कह रही हैं कि उनके पास कैबिनेट नही है। उनको 5 करोड़ रुपये एमपी फंड मिलता है, वो अपना एमपी फंड सरकार को दें ताकि सड़कों को बहाल करने के साथ उनकी मरम्मत की जाए। जयराम ठाकुर को जंजैहली तक पहुंचने में 8 दिन लगे। जगत सिंह नेगी ने कहा कि सुक्खू सरकार प्रभावितों को मदद पहुंचा रही है। प्रदेश में अब तक एक हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान हो चुका है। आपदा राहत अभियान युद्ध स्तर पर चलाया जा रहा है। रास्ते बंद थे, जिन्हें युद्ध स्तर पर खोला गया है। जंजैहली से करसोग के लिए रास्ता खोला गया और वहां फंसे पर्यटकों को बाहर निकाला गया।
जगत सिंह नेगी ने भाजपा के आरोपों पर जवाब देते हुए कहा कि भाजपा नेता आपदा ग्रस्त क्षेत्रों में डिजाइनर सूट पहनकर जा रहे हैं और केवल बोलते हैं, करते कुछ नहीं। उन्होंने कहा कि जयराम ठाकुर को जंजैहली तक पहुंचने में आठ दिन लगे। नेगी ने बताया कि 1,200 से ज्यादा मकानों को आंशिक और पूर्ण रूप से नुकसान पहुंचा है।