हिमाचल के राशन डिपो में उपभोक्ताओं को नामी कंपनियों के उत्पाद भी मिलेंगे। प्रदेश सरकार ने खाद्य आपूर्ति निगम को गोदरेज, टाटा जैसी कंपनियों के साथ बात कर एमओयू साइन करने के निर्देश दिए हैं। इसके बाद उपभोक्ताओं को हेयर ऑयल, देसी घी, शैंपू, साबुन, ब्लेड आदि सामान बाजार मूल्य की अपेक्षा सस्ते दाम पर उपलब्ध होगा। खाद्य आपूर्ति निगम की हाल ही में हुई बीओडी की बैठक में इस मामले पर विस्तृत चर्चा हुई है। इसमें मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने प्रक्रिया आगे बढ़ाने की निर्देश दिए हैं। हालांकि डिपुओं में सस्ते सामान की आपूर्ति के लिए खाद्य आपूर्ति निगम ने तीन कंपनियां चुनी हैं। इन कंपनियों ने बाजार मूल्य से 10 फीसदी तक सस्ता होने की बात कही है। गोदरेज कंपनी डिपुओं में शैंपू व साबुन, बजाज कंपनी इलेक्ट्राॅनिक उत्पाद, ब्लेड और एक अन्य कंपनी सोयाबीन तेल, घी और अन्य सामान सप्लाई करती है। इनसे भी निगम अधिकारियों की बात हुई है। वहीं टाटा कंपनी मसाले और अन्य सामान बेचती है।राशन डिपुओं में उपभोक्ताओं को सब्सिडी पर चार में से तीन दालें (मलका, माश, दाल चना और मूंग), दो लीटर तेल (रिफाइंड और सरसों), चीनी और एक किलो नमक दिया जा रहा है। आटा और चावल केंद्र सरकार सब्सिडी पर उपलब्ध करा रही है। उल्लेखनीय है कि अभी निगम की ओर से डाबर कंपनी का सामान उपलब्ध कराया जा रहा है। टाटा की चाय भी उपभोक्ता डिपुओं से ले रहे हैं।