दक्षिण कश्मीर के पुलवामा में राष्टीय राइफल को गांव में आतंकियों के छुपे होने का इनपुट मिलने के बाद घेराबंदी करने के लिए टुकड़ी रवाना हुई थी, जिसमें रामपुर उप मंडल के पिथवी गांव के सिपाही पवन कुमार भी शामिल थे।
27 फरवरी 2023 को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले के गांव में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में शहीद पवन कुमार धंगल को कीर्ति चक्र से सम्मानित किया जाएगा। दक्षिण कश्मीर के पुलवामा में राष्टीय राइफल को गांव में आतंकियों के छुपे होने का इनपुट मिलने के बाद घेराबंदी करने के लिए टुकड़ी रवाना हुई थी, जिसमें रामपुर उप मंडल के पिथवी गांव के सिपाही पवन कुमार भी शामिल थे। बीते वर्ष शहीद पवन कुमार के पार्थिव शरीर को उनके घर लाने वाले और विशेष ऑपरेशन के सहयोगियों ने बताया था कि टीम ने सारे गांव में सर्च ऑपरेशन चलाया, लेकिन आतंकी कहीं नहीं मिले। आखिर में गांव की मस्जिद में सर्च ऑपरेशन शुरू किया तो पवन कुमार सबसे पहले अंदर गए।
अंदर घात लगाए बैठे आतंकी ने गोलियां चलाईं। एक साथी को गोलियां लगी तो पवन कुमार ने घायल साथी को पीछे धकेला, जिसे दूसरे साथी ने संभाला। इसी बीच आतंकी ने पवन कुमार पर भी गोलियां चलाईं। हमले में पवन घायल हो गए। पवन ने घायल अवस्था में ही अंदर छिपे आंतकी को पकड़ कर जमीन पर गिराया और उसकी छाती पर बैठ गए। आतंकी की बंदूक के मुंह को पकड़ कर ऊपर की ओर मोड़ दिया। बंदूक को मुंह के पास से पकड़ने के कारण पवन कुमार का हाथ भी जल गया था। मस्जिद के अंदर ही छिपे एक और आतंकी ने पवन कुमार की पीठ पर अंधाधुंध गोलियां बरसाईं, जिस कारण उनके शरीर से काफी खून बह गया था और डॉक्टर उनको नहीं बचा सके थे।
शहीद पवन कुमार के पिता शिशुपाल धंगल ने बताया उनको पवन कुमार के तत्कालीन कर्नल सहित अधिकारियों ने फोन पर सूचना दी कि शहीद पवन कुमार का नाम मरणोपरांत कीर्ति चक्र के लिए चयनित हुआ है। 15 अगस्त या उससे पहले उन्हें दिल्ली से फोन से सूचना दी जाएगी। उन्हें राष्ट्रपति द्वारा यह अवार्ड दिया जाएगा। ब्लाक समिति उपाध्यक्ष रूपेश्वर सिंह, ज्यूरी पंचायत उप प्रधान अरुण शर्मा, बधाल पंचायत उप प्रधान संजय जिंटू, व्यापार मंडल ज्यूरी प्रधान जय प्रकाश धंगल, सचिव सुनील शर्मा, अरविंद सूद, मून लाइट यूथ क्लब के प्रधान दीपक वर्मा, देवराज नेगी ने कीर्ति चक्र मिलने को गौरव का क्षण बताया। पवन ने ज्यूरी स्कूल से ही बारहवीं तक की पढ़ाई की थी।