जिन नेताओं ने बगावत कर पार्टी के सिंबल के खिलाफ चुनाव लड़ा है, उनकी भाजपा में वापसी अभी नहीं होगी। हालांकि, सूत्रों के अनुसार शहरी निकायों और पंचायती राज व्यवस्था के चुनावों के बागियों के प्रति नरम रुख रखने के संकेत दिए गए हैं।
बागी तेवर दिखाने के बाद अब घर वापसी की राह देख रहे नेताओं की लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा में एंट्री नहीं होगी। पार्टी हाईकमान फिलहाल, ऐसे नेताओं की घर वापसी को तैयार नहीं है। रविवार को गगल स्थित एक निजी होटल में हिमाचल भाजपा की प्रदेश स्तरीय संगठनात्मक बैठक में इस मुद्दे पर स्थिति स्पष्ट की गई। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में भाजपा के केंद्र और राज्य स्तर के आला नेता, प्रदेश के सांसद, विधायक, प्रदेश पदाधिकारी, जिला अध्यक्ष, मोर्चा अध्यक्ष, प्रकोष्ठ संयोजक और विभागों के प्रमुख मौजूद रहे।
भरोसेमंद सूत्रों के अनुसार बैठक में 2022 के विधानसभा चुनाव में बागियों के कारण पार्टी को हुए नुकसान का मुद्दा भी चर्चा में आया। साफ किया गया कि इस मुद्दे पर पार्टी अपने पहले के स्टैंड पर कायम है। जिन नेताओं ने बगावत कर पार्टी के सिंबल के खिलाफ चुनाव लड़ा है, उनकी भाजपा में वापसी अभी नहीं होगी। हालांकि, सूत्रों के अनुसार शहरी निकायों और पंचायती राज व्यवस्था के चुनावों के बागियों के प्रति नरम रुख रखने के संकेत दिए गए हैं। पार्टी का विस्तार करने की दृष्टि से ऐसे लोगों की वापसी के मामलों पर गुण-दोष के आधार पर विचार किया जा सकता है।
लगभग ढाई घंटे चली इस मैराथन बैठक में भाजपा के अभियानों व कार्यक्रमों की प्रगति की समीक्षा की गई। बूथ स्तर तक पार्टी की मजबूती, केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की उपलब्धियों को ग्राउंड जीरो तक पहुंचाने समेत गांव चलो, नव मतदाता सम्मेलन, वरिष्ठ कार्यकर्ता संपर्क अभियान, मन की बात, लाभार्थी संपर्क जैसे विभिन्न अभियानों को लेकर बैठक में मंथन हुआ। लोकसभा चुनाव की तैयारियों पर भी चर्चा हुई।
जेपी नड्डा ने बूथ से लेकर मंडल स्तर के अभियानों और कार्यक्रमों को लक्ष्य निर्धारित कर 15 मार्च तक पूरे करने के निर्देश दिए। संगठनात्मक स्तर पर हो रहे सम्मेलनों में अधिक से अधिक लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए कहा। हर वर्ग से अधिक से अधिक प्रबुद्ध लोगों को भाजपा से जोड़ने के प्रयास तेज करने पर जोर दिया गया। उन्होंने कहा कि पार्टी के विस्तारकों को अब चुनावी मोड में लाकर और सक्रिय किया जाए।
नड्डा ने कहा कि चुनाव की घोषणा में भले ही अभी वक्त है, लेकिन संगठन तैयारियों को गति और धार देने में जुट जाए। प्रदेश संगठन नरेंद्र मोदी सरकार की 10 साल की उपलब्धियों को निचले स्तर तक तेजी से पहुंचाने के लिए पूरी ताकत के साथ काम करे। परिवारवाद-भ्रष्टाचार को हथियार बनाकर कांग्रेस और विपक्षी इंडिया गठबंधन की नकारात्मक नीतियों पर और मजबूती से प्रहार किया जाए।
विधानसभावार भाजपा के मत प्रतिशत को बढ़ाने के लिए प्रयास किए जाएं। बैठक में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल, नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सौदान सिंह, प्रदेश प्रभारी अविनाश राय खन्ना, चुनाव प्रभारी श्रीकांत शर्मा, सह प्रभारी संजय टंडन, संगठन महामंत्री सिद्धार्थन, त्रिलोक कपूर, बिहारी लाल शर्मा, सिकंदर कुमार और विपिन सिंह परमार आदि उपस्थित रहे।
सेवानिवृत्त आईएएस अफसर जेसी शर्मा भाजपा में शामिल
सेवानिवृत्त आईएएस अफसर जेसी शर्मा ने बैठक में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। जेपी नड्डा ने उन्हें पटका पहनाकर पार्टी की सदस्यता दिलवाई।
प्रदेश की चारों लोकसभा सीटें जीतने के लिए किस-किस तरीके के साथ संगठन को आगे बढ़ना है, इस बाबत दिशा-निर्देश बैठक में दिए गए। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को आश्वस्त किया गया कि संगठन अपने कार्यों को कर्मठता से पूरा करेगा।