एम्स में सफाई कर्मी के नियुक्ति के लिए पैसे लेने की शिकायत बाद धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया। मामले की जांच जारी है।
एम्स बिलासपुर में सफाई कर्मी की नियुक्ति के लिए ठगी करने के मामले में एक आरोपी महिला ने 17 लोगों से पैसे लेने की बात कबूली है। पुलिस ने महिला को पूछताछ के लिए बुलाया था। उसने बताया है कि कई लोगों से 20 हजार तो कई लोगों से 40 हजार रुपये लिए, जिन्हें मामले की मुख्य आरोपी को दे दिया।
आरोपी महिला भी सफाई कर्मियों को नियुक्ति करने वाली कंपनी की कर्मचारी बताई जा रही है। उधर, पुलिस का एक दल मुख्य आरोपी की धरपकड़ के लिए गुजरात गया है। उसकी गिरफ्तारी के बाद मामले में कई गिरफ्तारियां होने की संभावना है। पुलिस ने शुक्रवार को थाना में शिकायतकर्ताओं को भी बुलाया था। उनके भी बयान दर्ज किए गए हैं। पंजाब के किरतपुर निवासी दो व्यक्तियों ने भी नौकरी के नाम पर ठगी करने का आरोप लगाया है।
उन्होंने बताया कि आरोपियों ने सिक्योरिटी के नाम पर उनसे नकद 20-20 हजार रुपये लिए, लेकिन बाद में न तो नौकरी मिली और न ही पैसे वापस दिए। उधर, इस सारे मामले की शिकायत करने वाले राजपुरा पंचायत के उपप्रधान सतदेव शर्मा ने ठगी का शिकार हुए लोगों के साथ शुक्रवार को परिधि गृह में प्रेसवार्ता की। उन्होंने सारे मामले की जांच के लिए एसआईटी (विशेष अन्वेषण टीम ) का गठन करने की मांग उठाई।
उन्होंने कहा कि एम्स में सफाई कर्मियों की नियुक्ति करने वाली कंपनी की चयन प्रक्रिया ही सवालों के घेरे में है। इस कंपनी के कर्मचारी एम्स में सफाई कर्मचारियों की नियुक्ति करने का टेंडर मिलने के बाद से गरीब लोगों से नौकरी देने के नाम पैसे ले रहे हैं। कई लोग तो पैसे देकर एम्स में सफाई कर्मचारी नियुक्त भी हुए हैं। वह नौकरी जाने के डर से सामने नहीं आ रहे हैं।
एम्स में सफाई कर्मी के नियुक्ति के लिए पैसे लेने की शिकायत बाद धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया। मामले की जांच जारी है। एक आरोपी महिला से पूछताछ की गई है। मुख्य आरोपी की धरपकड़ के लिए विशेष टीम गुजरात गई है।