गीता फोगाट ने अपने व्याख्यान में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कुश्ती के क्षेत्र में चुनौतियों को नियंत्रित करने की अपनी यात्रा को साझा किया। उन्होंने कहा कि अपने लक्ष्य और कार्यों में स्थिर बने रहना चाहिए।
राष्ट्रमंडल खेलों में महिला कुश्ती में भारत के लिए स्वर्ण पदक विजेता गीता फोगाट ने कहा है कि हमें जिंदगी में कभी हार नहीं माननी चाहिए। अपने लक्ष्य और कार्यों में स्थिर बने रहना चाहिए।
वह अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर शुक्रवार को एसजेवीएन की ओर से शिमला में आयोजित समारोह में संबोधित कर रही थीं। एसजेवीएन की अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक गीता कपूर ने समारोह की अध्यक्षता की। विशेष अतिथि भारतीय महिला पहलवान और राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता गीता फोगाट ने प्रेरक व्याख्यान दिया।
इस वर्ष के अभियान थीम इंस्पायर इंक्लुजन पर आयोजित कार्यक्रम में गीता कपूर ने महिलाओं के योगदान के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व पर जोर दिया। उन्हें भावी पीढ़ियों के लिए सशक्तिकरण का स्तंभ बताया। गीता फोगाट ने अपने व्याख्यान में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कुश्ती के क्षेत्र में चुनौतियों को नियंत्रित करने की अपनी यात्रा को साझा किया। निगम के कार्यकारी निदेशक (मानव संसाधन) चंद्रशेखर यादव ने ब्रह्मांड को बनाए रखने वाली सहज स्त्री शक्ति पर व्याख्यान दिया।