प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय सोलन द्वारा जवाहर पार्क स्थित सेवा केंद्र में त्रिमूर्ति शिव जयंती और महिला दिवस कार्यक्रम हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस मौके पर नगर निगम सोलन की मेयर उषा शर्मा मुख्यातिथि रही, जबकि वार्ड 6 की पार्षद रेखा साहनी व प्रोफेसर आरके पठानिया विशिष्ट अतिथि रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ कुमारी पावनी के स्वागत नृत्य से हुआ।
राजयोगिनी सुमन दीदी ने महाशिवरात्रि पर्व का आध्यात्मिक रहस्य बताते हुए कहा कि भारत में शिव को ज्योतिर्लिंग के रुप में पूजा जाता है। वास्तव में शिव ज्योति बिंदु स्वरूप है और शंकर भी शिव की ही आराधना करते हैं। शिव ही सत्य है और शिव ही सुन्दर है। महाभारत के श्लोक में लिखा गया है की जब-जब संसार में धर्म की अति ग्लानि होगी, तब-तब भगवान इस सृष्टि में अवतरित होकर अधर्म का विनाश कर सत धर्म की स्थापना करते हैं। कलियुग में जब पापाचार, दुराचार और चारों तरफ दुखों का हाहाकार बढ़ता है, ऐसे समय में ही परमात्मा शिव इस धरा पर अवतरित होते हैं। इस युग को संगम कहा जाता है, जहां शिव परमात्मा मनुष्य को उसके विकारों काम, क्रोध, लोभ, मोह, अहंकार से मुक्त करवाते हैं, तभी भक्ति मार्ग में शिव पर अक के कड़वे फूल चढ़ाते हैं। उन्होंने कहा कि भगवान ने कभी भूखे रहने को नहीं कहा। व्रत करो अन्न का नहीं, विकारों का बुराइयों का और भगवान को साथ रखो।
इस मौके पर परमात्मा शिव के परिचय को दर्शाते लघु नाटिका भी प्रस्तुत की गई। भारत के प्राचीन नृत्य कथक की भी शानदार प्रस्तुतियां हुई, जिसने सबका मन मोह लिया। ब्रह्माकुमारी सोलन सेवा केंद्र प्रमुख राजयोगिनी सुषमा दीदी ने कहा कि ईश्वरीय शक्ति के बिना हमारा वजूद क्या है। वही ईश्वरीय शक्ति है, जो हमें हमेशा सत्य की राह दिखाती है और शक्तियां देती है। वही एक शक्ति है, जिसका आज के दिन हम गुणगान कर रहे हैं। संसार में देव आत्मा होते हैं, पुण्य आत्मा, पाप आत्मा, महान आत्मा होते हैं, लेकिन परमात्मा एक ही है, जो एक पिता परमात्मा है।
मुख्यातिथि ऊषा शर्मा ने सभी उपस्थित जनों से नगर निगम को सोलन को स्वच्छ बनाने और जल बचाने के लिए सहयोग मांगा और सभी से कम पानी इस्तेमाल करने को कहा। उन्होंने सोलन वासियों से आग्रह किया कि सूखा और गीला कचरा अलग-अलग दें। उन्होंने ब्रह्माकुमारी सोलन द्वारा चलाए गए नशा मुक्ति अभियान की सराहना की और युवाओं से नशे से दूर रहने का आग्रह किया। राजयोगिनी बीके कल्पना बहन ने सभी को संस्था की गतिविधियों से अवगत करवाया। कार्यक्रम के अंत में शिव परमात्मा का ध्वज फहराया गया और केक काटा गया।