प्रतिभा सिंह ने मंडी संसदीय सीट से लोकसभा चुनाव लड़ने से इन्कार कर दिया है। बुधवार सुबह दिल्ली से शिमला पहुंचीं प्रतिभा सिंह ने कहा कि वह चुनाव लड़ने की स्थिति में नहीं है।
हिमाचल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने मंडी संसदीय सीट से लोकसभा चुनाव लड़ने से इन्कार कर दिया है। बुधवार सुबह दिल्ली से शिमला पहुंचीं प्रतिभा सिंह ने कहा कि वह चुनाव लड़ने की स्थिति में नहीं है। सिर्फ एमपी फंड बांटने से चुनाव नहीं लड़ा जा सकता। हमारा कार्यकर्ता निराश है। प्रतिभा ने कहा कि आज कोई भी सक्रिय कार्यकर्ता नजर नहीं आ रहा जो पार्टी के लिए काम करेगा। यह पार्टी के लिए अहम रोल निभाते हैं।
कई बार सरकार को कहा कि इन्हें महत्व दिया जाए। मैं लगातार फील्ड में रही हूं। मुझे नहीं लगता कि हमें इन हालात में सफलता मिलेगी। जो भी प्रत्याशी तय होगा, उसकी मदद करेंगे। कहा कि उपचुनाव में जीत दिलाना हमारा कर्तव्य है। उपचुनाव के लिए प्रचार करेंगे। सरकार बचाने के लिए उपचुनाव जरूरी हो गए हैं। कार्यकर्ताओं की नाराजगी को दूर करना होगा।
उधर, पार्टी सूत्रों के अनुसार मंडी से युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नेगी निगम भंडारी का नाम भी संभावित प्रत्याशी के तौर पर चर्चा में शामिल हो गया है। जिला किन्नौर के रहने वाले भंडारी लंबे समय से इस संसदीय क्षेत्र में सक्रिय हैं। विधानसभा चुनाव के दौरान वह किन्नौर से पार्टी टिकट की दौड़ में शामिल थे। हालांकि मंडी से कौल सिंह ठाकुर को भी प्रत्याशी बनाने की संभावना बरकरार है।
बता दें, लोकसभा चुनाव के लिए प्रत्याशी तय करने के लिए मंगलवार को कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी ने नई दिल्ली में मंथन किया गया। कमेटी के अध्यक्ष एवं पूर्व रेल राज्य मंत्री भक्त चरणदास की अध्यक्षता में हुई बैठक में मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह और उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री मौजूद रहे। इसी सप्ताह केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में प्रदेश के चारों टिकट तय हो सकते हैं। छह विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव को लेकर कुछ दिन बाद मंथन करने पर सहमति बनी।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि शिमला सीट से दयाल प्यारी, अमित नंदा, कौशल मुंगटा और यशपाल तनाईक के नाम का पैनल तैयार किया है। ऐसे में अटकलें है कि कांग्रेस भी अब सिरमौर के वोटों को बांटने के लिए दयाल प्यारी को प्रत्याशी तय कर सकती है। कांगड़ा में आशा कुमारी, करण पठानिया, संजय चौहान और मेजर जनरल सेवानिवृत्त डीवीएस राणा को संभावित प्रत्याशी के तौर पर देखा जा रहा है। हमीरपुर से प्रत्याशी तय करने को लेकर कांग्रेस अभी पसोपेश में ही फंसी है। यहां से रामलाल ठाकुर और सतपाल रायजादा के नाम सामने आए हैं। हालांकि अपने गृह संसदीय क्षेत्र से मुख्यमंत्री किसे उतारने का फैसला लेंगे, इस पर नजरें टिकी हैं।
लोकसभा चुनाव लड़ने को कभी आवेदन नहीं किया : रामलाल
वहीं, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री रामलाल ठाकुर ने कहा है कि लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए कभी आवेदन नहीं किया। पार्टी ने जब-जब भी जिम्मेवारी सौंपी, उसे निभाया है। हमीरपुर संसदीय सीट से चुनाव लड़ने को लेकर पूर्व मंत्री रामलाल ठाकुर ने अपने पत्ते नहीं खोलते हुए कहा कि प्रत्याशी तय करने का अधिकार हाईकमान के पास है। दिल्ली में टिकटों को लेकर मंथन चल रहा है। जल्द ही इस संबंध में तस्वीर स्पष्ट हो जाएगी। प्रदेश के छह विधानसभा क्षेत्रों में होने वाले उपचुनाव को लेकर चुप्पी साधते हुए रामलाल ठाकुर ने अयोग्य विधायकों का मामला सुप्रीम कोर्ट में होने का हवाला दिया। बुधवार को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन शिमला में मीडिया से बातचीत में रामलाल ठाकुर ने कहा कि उन्होंने पूर्व में दिवंगत वीरभद्र सिंह और हाईकमान के आदेशों पर हमीरपुर संसदीय सीट से चुनाव लड़ा।