क्षेत्रीय अस्पताल के सभागार में आज आपदा जागरूकता दिवस के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें नर्सिंग की छात्राओं ने मॉक ड्रिल और नुक्कड़ नाटक के माध्यम से आपदा से बचाव को लेकर जागरूक किया। इस दौरान 4 अप्रैल 1905 को हिमाचल के कांगड़ा क्षेत्र में आए विनाशकारी भूकंप में जान गंवाने वाले लोगों की याद में मौन भी रखा गया।
साथ ही स्थानीय जनता को किसी भी आपातकालीन स्थिति में कैसे अपना बचाव करना है, इसके बारे में जागरूक किया गया।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. नागराज पवार ने कहा कि आज का दिन आपदा जागरूकता दिवस के रूप में याद किया जाता है, ताकि भविष्य में भी ऐसी आपदाओं को रोकने के लिए उचित कदम उठाए जा सके।
इस संबंध में विभिन्न जागरूकता गतिविधियां जैसे ड्रॉप कवर होल्ड ड्रिल, भूकंप से पहले, दौरान और बाद में क्या करें क्या न करें, पर कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह दिन आपदाओं के विभिन्न पहलुओं के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए एक महत्वपूर्ण दिन है। ऐसे में क्षेत्रीय अस्पताल में नुक्कड़ नाटक के माध्यम से आपदा से बचाव को लेकर जागरूकता फैलाई गई।