चुनाव आयोग ने कुल्लवी टोपी के रेट 350 से 400 रुपये निर्धारित हैं। मफलर 200 रुपये, रामपुर लोस क्षेत्र में शॉल 1,600 रुपये जबकि शिमला जिले के अन्य क्षेत्रों में एक हजार रुपये खाते में जुड़ेंगे।
लोकसभा चुनाव में प्रत्याशी प्रचार के दौरान अगर किसी एक नेता को किन्नौरी टोपी पहनाता है तो उसके खर्च में 700 रुपये जुड़ेंगे। चुनाव आयोग ने कुल्लवी टोपी के रेट 350 से 400 रुपये निर्धारित हैं। मफलर 200 रुपये, रामपुर लोस क्षेत्र में शॉल 1,600 रुपये जबकि शिमला जिले के अन्य क्षेत्रों में एक हजार रुपये खाते में जुड़ेंगे। कार्यकर्ताओं को दिए जाने वाले चाय-समोसे पर 15-15 रुपये, मटन-चिकन पर 255 रुपये और मिठाई पर 500 रुपये तक खर्च कर सकेंगे। निर्वाचन समितियों ने चुनाव खर्च पर निगरानी की प्रक्रिया के तहत प्रत्याशियों के लिए दरें तय कर दी हैं।
हर चीज का हिसाब चुनाव आयोग को देना होगा। जिला शिमला में शिमला और मंडी दो संसदीय क्षेत्र आते हैं। दोनों के प्रत्याशियों के लिए अलग-अलग दाम हैं। जुब्बल-कोटखाई विस क्षेत्र में प्रत्याशी लोगों को मांसाहारी भोजन कराने के लिए 120 रुपये प्रति थाली खर्च कर सकते हैं। हालांकि, मंडी संसदीय सीट के रामपुर विस क्षेत्र में प्रत्याशी इस पर 255 रुपये खर्च कर सकेंगे। चौपाल में 240, कसुम्पटी, शिमला ग्रामीण और रोहड़ू में 200, शिमला शहरी तथा ठियोग में 250 रुपये मटन और चिकन पर खर्च कर सकेंगे।
रामपुर में शाकाहारी भोजन की प्लेट सबसे सस्ती, नॉनवेज महंगी
मूल्य तालिका के हिसाब से जिले में शाकाहारी थाली की सबसे कम कीमत विस क्षेत्र रामपुर में है जो 100 रुपये है, लेकिन यहां मांसाहारी थाली की कीमत सबसे अधिक 255 रुपये है। इसी प्रकार विस क्षेत्र चौपाल, जुब्बल-कोटखाई, शिमला शहरी में 120, ठियोग में 130 तथा कसुम्पटी, शिमला ग्रामीण और रोहड़ू में वेज थाली के लिए रेट 150 रुपये दरें तय की गई हैं। ब्रेकफास्ट 50 से 80 रुपये और लंच (वेज और नॉनवेज) की डाइट 250 से 300 रुपये निर्धारित है।
शिमला में बर्फी की दरें सबसे ज्यादा
एडीएम (प्रोटोकॉल) शिमला एवं नोडल अधिकारी (ईईएम) ज्योति राणा ने बताया कि प्रत्याशियों के चुनावी खर्चे के लिए रेट निर्धारित किए गए हैं। लड्डू 240 से 280 रुपये किलो, बर्फी पिस्ता 450 से 500 रुपये और रसगुल्ले के दाम 260 से लेकर 360 रुपये निर्धारित हैं। लड्डू और रसगुल्ले के दाम सबसे कम ठियोग विस क्षेत्र में है। बर्फी के दाम सबसे कम रामपुर, सबसे ज्यादा शिमला शहरी में है।
कार, हेलिकाप्टर के रेट भी तय
एक प्रत्याशी की प्रचार संबंधी खर्च सीमा 95 लाख तय गई है। जिला निर्वाचन समितियों की ओर से प्रचार अभियान शुरू होने के बाद खर्चे पर बारीकी से नजर रखी जा रही है। पहाड़ी टोपी, मफलर, मालाओं, गुलदस्ते, लाउडस्पीकर, डीजे, पंडाल, पोस्टर, झंडे, बैज, एलईडी स्क्रीन, गुब्बारे, गेट, वाटर टैंक, कैप, फोटो और वीडियोग्राफी, फर्नीचर, टेंट, शामियाना, पर्दे, कालीन, दरी, सोफा, होटल रूम, गेस्ट हाउस, अस्थायी पार्टी/अभियान कार्यालय समेत साइकिल रिक्शा से लेकर महंगे वाहनों और किराये पर हेलिकाप्टर के लिए भी दरें तय की गई हैं।
प्राकृतिक फूलों की माला 80 रुपये तक
लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान प्राकृतिक फूलों की माला की कीमत 40 से 80 रुपये (प्रति यूनिट) है। कुर्सी 15 रुपये, वीआईपी कुर्सी 35 रुपये और सोफा 700 से 1000 रुपये, एंप्लीफायर और माइक्रोफोन के साथ लाउडस्पीकर का किराया 1,500 से 2,700, पंखे की दरें 70 रुपये प्रति दिन तय की गई हैं। इसके अलावा हेलिकाॅप्टर के किराये के लिए प्रदेश के सामान्य प्रशासनिक विभाग की ओर से लागू दरें निर्धारित हैं।