
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भाजपा पर जुबानी हमला बोला है। मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि पालमपुर में छात्रा पर हुए हमले पर भाजपा राजनीतिक रोटियां सेंक रही हैं। कंगना रनौत को अभी छात्रा के इलाज का खर्च उठाना है, लेकिन आपदा के समय वो कहां थी।
भाजपा पालमपुर में बिटिया पर हुए जानलेवा हमले के मामले में राजनीतिक रोटियां सेंकने का प्रयास कर रही है। अगर कंगना रनौत को खर्च उठाना था तो आपदा के समय जब आमिर खान ने 25 लाख हिमाचल को दिए थे उस वक्त चुनाव लड़ने वाली हिमाचल की बेटी को प्रदेश का दर्द जानना चाहिए था। अब इलाज का खर्च उठाकर सुर्खियां बटोरने का प्रयास किया जा रहा है। नादौन के सेरा विश्राम गृह में पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने यह बातें कही हैं। सीएम सुक्खू ने मंडी संसदीय क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी कंगना रनौत के हमले में घायल बिटिया का खर्च उठाने के बयान पर यह प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि यदि वह खर्च उठाना चाहती है तो कोई बड़ी बात नहीं है। सरकार पहले ही घायल बिटिया के इलाज का खर्च उठाने का निणर्य ले चुकी है, लेकिन भाजपा अब इस मुद्दे पर राजनीतिक रोटियां सेंक रही है।विज्ञापन
‘भाजपा के कार्यकर्ता और नेता विचलित’
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर के मुख्यमंत्री के विधायकों के कांग्रेस छोड़ने पर विचलित होने के बयान पर मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि विचलित कांग्रेस और मुख्यमंत्री नहीं है बल्कि भाजपा के नेता हुए हैं। कांग्रेस सरकार को गिराने के लिए बागियों को टिकट दिए गए हैं। भाजपा हाईकमान के इस निर्णय से जमीनी स्तर पर भाजपा के नेता और कार्यकर्ता विचलित हैं। नेता प्रतिपक्ष जब से सीएम की कुर्सी से हटे हैं वह खुद विचलित हैं। उन्होंने कहा कि हर बार नेता प्रतिपक्ष कानून व्यवस्था को मुद्दा बनाने का प्रयास करते हैं। सभी को मिलकर इस दुखद घटना का विरोध करना चाहिए, लेकिन भाजपा इस पर राजनीतिक रोटियां सेंकने का प्रयास कर रही है।विज्ञापन
‘जयराम ठाकुर मुख्यमंत्री की कुर्सी हथियाने में लगे हैं’
मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि जब से नेता प्रतिपक्ष सीएम की कुर्सी से हटे वह कुर्सी हथियाने के प्रयास में लगे हैं और कानून व्यवस्था को मुद्दा बनाने का प्रयास करते हैं। नेता प्रतिपक्ष बेटी के घर गए यह अच्छी बात है, लेकिन मामले में राजनीति कर वह किस राजनीतिक परपंरा को बढ़ावा देना चाहते हैं। पालमपुर में पेश आई घटना बेहद दुखद हैं। यह हिमाचल की संस्कृति नहीं है। हिमाचल में देव संस्कृति पर विश्वास करने वाले लोग हैं। पीडि़त हमारी बेटी है। आरोपी व्यक्ति को जेल की सलाखों के पीछे भेजा गया है।