
सांसद अनुराग सिंह ठाकुर लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पेश करते हुए एनडीए सरकार के 10 साल के शासन-प्रशासन की उपलब्धियां गिनाईं और कांग्रेस और विपक्ष पर जमकर हमला बोला।
अनुराग ने कहा कि कांग्रेस ने इस चुनाव में भय और भ्रम की राजनीति की। प्रधानमंत्री को अपशब्द कहने वालों को भी टिकट देकर सांसद बनाने का काम किया। वे पूछते हैं कि किसको टिकट दिया, टुकड़ों-टुकड़ों गैंग वालों को? उनकी सरकारों में अंग्रेजों की मानसिकता दिखती थी। इनके नेता वहां बैठ-बैठ कर कहते हैं कि सनातन धर्म बीमारी की तरह है। इसको जड़ से मिटाना है। इनके नेताओं को शर्म आनी चाहिए और देश से माफी मांगनी चाहिए। मुगल आए आकर चले गए, अंग्रेज आए आकर चले गए, लेकिन सनातन था, सनातन है और सनातन रहेगा।
अनुराग ने नेता विपक्ष चुने गए राहुल गांधी को बधाई भी दी। साथ ही उन्हें उनकी जिम्मेदारी के बारे में भी बताते हुए कहा कि यह अच्छी बात है कि राहुल गांधी नेता विपक्ष बने हैं। यह इसलिए भी अहम हैं क्योंकि पिछले दो दशक से वे बिना जिम्मेदारी के पावर का मजा ले रहे थे, अब उन्हें जिम्मेदारी भी लेनी पड़ेगी। यह उनके लिए परीक्षा है, क्या वे विपक्ष को एकजुट रख पाएंगे। पिछले सत्र में उनकी 50 प्रतिशत से भी कम हाजिरी थी।
उन्होंने कहा कि अब देखते हैं कि राहुल गांधी सदन में कितना रहते हैं। क्या उन्हें पता है कि सवाल पूछने के लिए दिन-दिन भर सदन में रहना होता है, जैसे प्रधानमंत्री उपलब्ध रहते हैं। अनुराग ठाकुर ने राहुल गांधी पर जब यह टिप्पणी की, तब राहुल गांधी सदन में नहीं थे और विपक्षी सदस्यों ने इसका विरोध किया। अनुराग ने कहा कि क्या कांग्रेस का राहुलयान फिर से फेल हो गया है।